पटना। भारतीय रेल का बजट आने के ठीक दो दिन पूर्व पूर्व रेलमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव ने रेलवे की वर्तमान हालत को लेकर प्रहार किया। गौरतलब हो कि रेल बजट 25 फरवरी को आने वाला है। रेल विभाग वर्तमान में 32,000 करोड़ से अधिक के राजकोषीय घाटे से गुजर रही है।
मंगलवार सुबह लालू यादव ने दो ट्वीट किए। पहले ट्वीट में राजद सुप्रीम लालू यादव ने कहा कि रेलवे जर्सी गाय की तरह है। मोदी सरकार ने इस दुधारू गौमाता को न तो ठीक से दुहा है और न ही प्यार-मुहब्बत से उसकी सेवा-सुश्रूषा की है। यही वजह है कि यह दुधारू गाय बीमार हो गई है। यदि केंद्र सरकार गरीब विरोधी नीतियों को छोड़ दे तो ये फिर से तंदुरुस्त होकर भरपूर दूध देने लगेगी।
रेलवे आज देश उन महत्वपूर्ण पब्लिक सेक्टर इकाई में जो 32,067 करोड़ के राजकोषीय घाटे से गुजर रहा है। रेल मंत्री के लिए न सिर्फ इस घाटे से रेल को उबारने की चुनौती होगी बल्कि आम जनता के उम्मीदों पर भी खरा उतरना होगा।
रेलवे पहले से ही इतने बड़े वित्तीय घाटे से गुजर रहा है, ऐसे में 7वें वित्त आयोग की सिफारिशों को कर्मचारियों के लिए लागू कर पाना सरकार की सबसे बड़ी चुनौती होगी। रेलवे को वित्तीय घाटे से निकालने का सबसे बड़ा जरिया होता है माल भाड़े और किराये में वृद्धि। रेलवे को इसके जरिए करीब साल भर 65 प्रतिशत तक आय होती है।
मगर चुनौती ये होगी कि अगर रेलवे से किराया बढ़ाया तो कारोबारी सड़क परिवहन का विकल्प चुन सकते हैं। जबकि आम यात्री किराया बढ़ने से नाराज हो सकते हैं। क्योंकि इस साल और अगले साल कई राज्यों में चुनाव हैं ऐसे में किराया बढ़ाना प्रभु के लिए बहुत बड़ी चुनौती होगी।