गुडगांव। पूर्व मंत्री और कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत नशीली दवाइयों से फैले जहर के कारण हुई है। यह बात एफबीआई से आई रिपोर्ट के अध्ययन के बाद एम्स के मेडिकल बोर्ड ने कही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जांच में पाया गया है कि सुनंदा के पेट में अल्प्रजोलम की अधिक मात्रा पाई गई है जो किन उनकी मौत की वजह हो सकती है।
हालांकि दीगर बात यह है कि एम्स के बोर्ड ने इस आशंका से इनकार नहीं किया है कि सुनंदा को जहर का इंजेक्शन नहीं दिया गया होगा क्योंकि उनके शरीर में कुछ ऐसे निशान इस बात की पुष्टि करते हैं।
एफबीआई ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि जांच में लिडोकैन की भी मात्रा पाई गई है, लेकिन इस बात की पूरी तरह पुष्टि नहीं की गई है।
एफबीआई रिपोर्ट के आने के बाद से माना जा रहा है कि एम्स का मेडिकल बोर्ड जांच अपनी जांच के दौरान काफी डरा हुआ था जिसकी वजह से हो सकता है कि मामला साफ नहीं हो पा रहा था।
इस मामले में यह भी कहा जा रहा है कि इस केस की जांच कर रही एसआईटी को मामले में देखना चाहिए था कि क्या कहीं कोई शख्स भी क्या कमरे में घुसा था जिसने सुनंदा को जहर का इंजेक्शन दिया होगा।
हालांकि एफबीआई अपनी रिपोर्ट में किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। यह पूरी राय उसकी रिपोर्ट पढ़ने के बाद एम्स के बोर्ड ने दिल्ली पुलिस को बताई है। घटना के समय होटल के कमरे से बरामद अल्प्रॉक्स की 27 खाली पैकेट एफबीआई की रिपोर्ट में एल्प्राजोलम की अधिकता की पुष्टि करती है।
इस मामले में दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी अभी चुप्पी साधे हुए हैं। उनका कहना है कि मामले की सारी जानकारी जांच होने के बाद भी ही सार्वजनिक की जाएंगी। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट कोर्ट को सौंप दी गई है।
मालूम हो कि 17 जनवरी 2014 को सुनंदा पुष्कर दिल्ली के एक फाइव स्टोर के कमरे में मृत पाई गईं थी।