नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह की तरफ से ट्विटर पर शेयर एक तस्वीर को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस तस्वीर में आधा चेहरा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का जबकि बाकी आधे में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख सांसद असदुद्दीन ओवैसी को दिखाया गया है।
इतना ही नहीं दिग्विजय ने तस्वीर के साथ लिखा है कि धार्मिक उन्माद के दो चेहरे- जो देश के सामाजिक ताने-बाने को तबाह कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर इस प्रकार की तस्वीर को शेयर किए जाने पर असदुद्दीन ओवैसी ने दिग्विजय सिंह को सांप्रदायिक करार दिया है। ओवैसी के अनुसार भागवत के साथ लगी उनकी तस्वीर मुसलमानों का अपमान है। ओवैसी ने कहा उनकी तस्वीर का कोई महत्व नहीं है लेकिन ऐसा करके दिग्विजय ने मुस्लिमों का अपमान किया हैं।
ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस राज में हुए तमाम दंगों की वजह से भी सामाजिक ताना-बाना टूटा था। उन्होंने पूछा कि क्या वह दिग्विजय सिंह की ही पार्टी नहीं थी जिसके शासन में भागलपुर और असम में मुसलमानों का संहार हुआ था? और, तब जब बाबरी मस्जिद में मूर्ति रखी गई थी? साथ ही मस्जिद का ताला खोला गया था और जब मस्जिद तोड़ी गई थी?
ओवैसी ने ये भी आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के वक्त याकूब मेमन को धोखा से भारत बुलाया गया और फंसाया गया, बाद में उसे फांसी पर लटका दिया गया। दिग्विजय अपने बच्चों की शादी में प्रधानमंत्री मोदी को बुलाते हैं। उन तस्वीरों को भी तो शेयर करिए। ट्विटर पर लगाई गई इस तस्वीर को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह उन्हें उनके एक दोस्त ने भेजी थी।