अजमेर। सूफी सन्त हजरत ख्वाजा गरीब नवाज (रअ) की अन्दरुनी व्यवस्थाओं को संभालने वाली दरगाह कमेटी में नाजिम के पद पर स्थाई नियुक्ति रोककर कार्यवाहक नाजिम के पद पर अस्थाई रुप से कार्य कर रहे वरिष्ठ आरएएस अधिकारी अशफाक हुसैन को उनके आईएएस में पदोन्नत होने तक नाजिम के पद पर ही कार्य करने की राह मंत्रालय ने निकाली है।
ज्ञात रहे कि केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय के अधीन दरगाह कमेटी में नाजिम व मुख्य कार्यकारी का पद पिछले करीब एक साल से पूर्व नाजिम अंसार अहमद को हटाये जाने के बाद से ही रिक्त चला आ रहा था।
जिसके चलते कमेटी के कार्य काफी प्रभावित हो रहे थे, इसे मध्यनजर रखते हुए मंत्रालय ने राज्य सरकार से वरिष्ठ आरएएस अधिकारी अशफाक हुसैन की सेवाएं अस्थाई रुप से नाजिम के पद के लिए मांगी थी और राज्य सरकार की सहमति व स्वीकृति के बाद से ही अशफाक हुसैन बतौर कार्यवाहक नाजिम के तौर पर कार्य कर रहे थे।
पिछले दिनों मंत्रालय ने नाजिम के पद पर स्थाई नियुक्ति के लिए आवेदन मांगकर इच्छुक उम्मीदवारों के साक्षात्कार लिए थे, जिसमें राज्य के सहकारिता सेवा के अधिकारी मो. अहमद का चयन, चयन सिमति ने किया था।
गत 27 अगस्त को मंत्रालय ने मो. अहमद के नाजिम पद पर नियुक्ति के आदेश निकाल कर उन्हें पदभार ग्हरण करने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन तीस अगस्त को ही मंत्रालय ने पूर्व आदेश पर रोक लगाते हुए मो. अहमद को नाजिम पद का कार्यबार ग्रहण नहीं करने का निर्देश दिया है।
जानकार सूत्रों ने बताया कि दरगाह से जुड़े कुछ लोग कार्यवाहक नाजिम अशफाक हुसैन को ही नाजिम पद पर कार्य करते रहने के लिए केन्द्रीय अल्पसंख्यक विभाग मंत्री नजमा हैपतुल्ला व अधिकारियों पर दबाव बनाए हुए हैं, जिसके चलती ही मंत्रालय ने अपने 27 अगस्त को जारी आदेश पर रोक लगाते हुए मो. अहमद को कार्यभार ग्रहण नहीं करने का निर्देश जारी किया है।