अजमेर। मेयर धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि विद्यार्थियों को चाहिए कि अब असम्भव शब्द को अपने शब्द कोष में से ही हटा दें। इसके बदले वे लिखें आई एम पॉसिबल।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी कॉलेज लाइफ पूरी शिद्दत से जिएं। यह समय लौट कर आने वाला नहीं है। पढ़ाई में अव्वल आना तो यहां सैद्धांतिक है जबकि सह शैक्षिक गतिविधियों में पारंगत होना अनिवार्य है।
गहलोत सोमवार को अजमेर में आर्यभट्ट ग्रुप ऑफ कॉलेजेस के फ्रेसर्स एवं गुरु दिवस कार्यक्रम का शुभारम्भ करने पर उपस्थित युवाओं को संबोधित कर रहे थे। गहलोत ने कहा कि आज के दौर की पढ़ाई ज्यादा चुनौती पूर्ण है।
पहले प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने पर घर में खुशियां मनाई जाती थी। अब तो प्रथम श्रेणी यानी 60 प्रतिशत से अधिक प्राप्तांक वाला विद्यार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण होने के समान ही समझा जाता है। इस दौर में अपने श्रेष्ठता का और अपनी प्रतिभा का पूरा परिचय देना जरूरी हो गया है।
इससे पूर्व आर्यभट्ट ग्रुप ऑफ कॉलेजेस के निदेशक डॉ. अमित शास्त्री ने उनका स्वागत किया और कॉलेज में नव प्रवेशी विद्यार्थियों को सीख दी। डॉ. शास्त्री ने कहा कि अगले तीन-चार साल उनके करियर के हैं।
इसमें प्रत्येक विद्यार्थी को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुत करना है। ताकि आगे चलकर वे वैसा समाज बना सके जैसा आज वे अपने लिए चाहते हैं। इससे अवसर पर विद्यार्थियों ने नृत्य, गीत, संगीत, नाट्य, फैशन शो, वन मिनट क्विज, से ओत-प्रोत शास्त्रीय व परम्परागत लोक संगीत के अनेकानेक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
एक से बढक़र एक कार्यक्रमों की प्रस्तुति ने शमाबांध दिया। विद्यार्थी झूमते, गाते, हंसी-ठहाका लगाते मौज-मस्ती के रंग में रंग गए। कार्यक्रम में बीसीए प्रथम वर्ष की छात्रा कोमल यादव को मिस फ्रेसर्स एवं बीबीए प्रथम वर्ष के छात्र हिमांशु पाराशर को मिस्टर फ्रेसर्स का खिताब मिला।
इसके अलावा बीबीए तृतीय वर्ष की छात्रा दिव्या गौड़ को मिस संध्या और बीसीए तृतीय वर्ष के छात्र सरबदीप सिंह को मिस्टर संध्या का खिताब दिया गया।
कार्यक्रम में सूफियाना ग्रुप की और से प्रस्तुत कव्वाली बेहद पसंद की गई। द एन्टरटेन्मेंट ग्रुप के प्रवेश, कमलेश, प्रवीण, श्रीनाथ, विनायक, आशुतोष,देवेश की ओर से प्रस्तुत हास्य झलकी ने श्रोताओं को हंसा-हंसा कर लोट-पोट कर दिया ।
दीपिका के क्लासिकल नृत्य की प्रस्तुति दी। अन्त में आर्यभट्ट ग्रुप ऑफ कॉलेजेस के पीआर एवं मार्केटिंग हेड सन्तोष गुप्ता ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में अकेडमिक कॉर्डिनेटर अति गर्ग एवं उनकी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।