अजमेर। कारोबारी और हिस्ट्रीशीटर रामकेश मीणा के शव को अलवर गेट थाना पुलिस ने बुधवार सुबह कडी सुरक्षा के बीच जवाहर लाल नेहरू हॉस्पिटल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने के बाद उनके परिवारजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया।
रामकेश मीणा के शरीर से 4 गोलियां पोस्टमार्टम टीम को मिली हैं, जिन्हें जांच के लिए पुलिस को सौंपा गया है। इसके अलावा फायरिंग करने वालों ने लगातार करीब 6 फायर रामकेश मीणा पर किए थे, जिनमें 4 गोली शरीर में लगी।
पुलिस का मानना है कि मीणा तथा उसके साथी अनिल कुमार महावर पर हमलावरों ने करीब छह से सात गोलियां दागी थी, जिनमें चार गोली मीणा को तथा एक गोली अनिल महावर को लगी।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक के चाचा नारायण लाल मीणा ने बुधवार सुबह जवाहर लाल नेहरू हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर पत्रकारों से बातचीत में बताया कि रामकेश मीणा पर पहले भी कातिलाना हमला हो चुका है, जिसकी शिकायत क्लॉक टावर थाने में दर्ज कराने के बाद भी पुलिस आज तक हमलावरों की पहचान तक नहीं कर सकी है।
इसके अलावा पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया, जिसका नतीजा यह रहा कि हत्यारे अपनी साजिश में सफल हो गए। पुलिस फिलहाल हिस्ट्रीशीटर धर्मेन्द्र चौधरी हत्याकांड से इस मामले को जोड़कर जांच शुरू कर दिया है।