अजमेर। लोहाखान टैम्पो स्टैण्ड के निकट किराए के कमरे में रविवार को लहूलुहान मृत हालत में मिली सुलोचना व अचेत मिले बीएसएफ के जवान विक्रांत सिंह के मामले में पुलिस ने मृतका सुलोचना के भाई झुंझुनू निवासी सुरेश कुमार की शिकायत पर विक्रांत सिंह के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने सोमवार को मृतका सुलोचना के शव का भी मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करा दिया तथा शव मृतका के भाई सुरेश कुमार के सुपुर्द कर दिया।
मृतका सुलोचना की बड़ी बहिन से विक्रांत सिंह के बड़े भाई से तलाक हो चुका था बताया जा रहा है कि बड़ी बहिन के तलाक के बाद सुलोचना ने भी विक्रांत सिंह के खिलाफ नारनौल में दहेज प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज कराया था।
उनके बीच कड़वाहट पनप गई थी। लेकिन पिछले दिनों विक्रांत सिंह ने उसी कड़वाहट के चलते सुलोचना पर एक बार फिर प्रेमपाश का जाल फेंका। जिसमें सुलोचना पूरी तरह फंस गई। प्रेमपाश में फंसने के बाद ही पति विक्रांत के कहने पर उसने दस दिन पहले मकान बदल लिया था।
लोहाखान टैम्पो स्टैण्ड पर किराए से लिए रशीद मोहम्मद के मकान में सुलोचना के साथ विक्रांत सिंह भी रहने लगा था।
मृतका के भाई सुरेश कुमार का आरोप है कि सुनियोजित तरीके से विक्रांत सिंह ने पहले मकान बदलने के लिए सुलोचना पर दबाव बनाया और जब मकान बदल लिया तो विक्रांत सिंह ने शनिवार की रात मौका मिलते ही पहले सुलोचना को अचेत कर दिया और फिर उसकी कलाई पर ब्लेड चला दी।
कलाई कटने के कारण सुलोचना के शरीर से खून का रिसाव तेजी से शुरू हो गया तथा कुछ देर बाद ही सुलोचना की मौत हो गई।
हरियाणा महेन्द्रगढ़ निवासी युवक बीएसएफ का जवान है जबकि युवती एएनएम की ट्रेनिंग ले रही थी। विक्रांत सिंह कुछ दिन पहले ही लोहाखान निवासी पत्नी सुलोचना से मिलने आया हुआ था। सुबह देर तक सो कर नहीं उठने पर पड़ौसियों ने जाकर संभाला तो दोनों कमरे में लहूलुहान पड़े थे।
उन्हें तुरन्त अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने युवती सुलोचना को तो मृत घोषित कर दिया जबकि विक्रांत की स्थिति नाजुक होने पर उसका उपचार शुरू कर दिया। सिविल लाइन थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।