अजमेर। सेवारत चिकित्सकों द्वारा त्यागपत्र देकर कार्य से चले जाने के मद्दे नजर जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने सभी चिकित्सकों से अपील की है कि वे जनहित को देखते हुए तत्काल अपने काम पर लौट आएं। व्यवस्था बनाए रखने के लिए शुक्रवार को चार चिकित्सकों को मानदेय पर लगाया गया है।
जिला कलक्टर ने चिकित्सकों से अपील की है कि सेवारत चिकित्सक संघ की सभी उचित मांगों पर राज्य सरकार द्वारा संवेदनशील ढंग से कार्यवाही की जा रही है। ऎसे में वे जनहित को देखते हुए मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए अपने कार्य पर उपस्थित हो जाएं। उन्होंने बताया कि काम पर लौटने वाले किसी चिकित्सक के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जाएगी।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में चिकित्सा व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले के राजकीय चिकित्सालयों में अब सेवानिवृत एवं निजी चिकित्सक भी कार्य कर सकेंगे। चिकित्सक सीधे अस्पताल में प्रभारी/ पीएमओ को अपने दस्तावेज दिखाकर कार्य ग्रहण कर सकते है।
राज्य सरकार द्वारा एमबीबीएस चिकित्सकों को तीन हजार रूपए, विशेषज्ञ चिकित्सकों को चार हजार रूपए प्रतिदिन मानदेय एवं रात्रिकालिन ड्यूटी पर सात सौ रूपए अतिरिक्त दिए जाएंगे। चिकित्सकों को प्रतिदिन आरएमआरएस के माध्यम से भुगतान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि व्यवस्था बनाये रखने के लिए राजकीय सामान्य चिकित्सालय, नसीराबाद, राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय ब्यावर, यज्ञनारायण राजकीय चिकित्सालय किशनगढ़ तथा राजकीय कस्तुरबा डिस्पेन्सरी अजमेर में एक एक चिकित्सक को मानदेय पर लगाया गया है।
उन्होंने बताया कि कोई भी इच्छुक निजी एवं सेवानिवृत चिकित्सक मानदेय पर अपनी सेवाएं देना चाहता है तो वे जिला कलक्टर कार्यालय/मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में सम्पर्क कर सकता है।
जिला कलक्टर ने बताया कि समस्त उपखण्ड अधिकारियों एवं तहसीलदारों ने सुबह 9 बजे अपने अधीन जिला चिकित्सालयों, सैटेलाइट अस्पतालों, उप जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कार्यरत चिकित्सकों की उपस्थिति की जांच भी कर चिकित्सा व्यवस्था बनाए रखने की व्यवस्था की।
उन्होंने बताया कि जिले भर में चिकित्सा व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं। ताकि किसी मरीजों को कोई कठिनाई ना हो। आमजन को चिकित्सा व्यवस्था बनाये रखने के लिए आयुर्वेद चिकित्सक आयुर्वेद विभाग, आयुष चिकित्सक एनएचएम एवं आरबीएसके आयुष चिकित्सक एनएचएम की ड्यूटी लगाई गई है।
उन्होंने बताया कि जिले के राजकीय चिकित्सालयों के साथ साथ पांच अधिकृत निजी चिकित्सालयों में भी मरीज द्वारा राजकीय चिकित्सालय की ओपीडी पर्ची लेकर जाने पर उसका निःशुल्क ओपीडी परीक्षण किया जा रहा है। रोगी को उपचार लिखने के पश्चात औषधि राजकीय चिकित्सालय से ही निःशुल्क प्राप्त हुई।