अजमेर। ज्ञान, चरित्र और एकता के मूल मंत्र पर चलने का दावा करने वाले छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों पर चरित्र हनन और दुराचार करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। ये आरोप किसी विरोधी ने नहीं बल्कि इसी संगठन से जुडी एक छात्रा ने लगाए हैं।
अजमेर स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्रा का कहना है कि एबीवीपी से जूडे पूर्व पदाधिकारियों ने उसके साथ बुरा बर्ताव किया है। इस बाबत उसने आरोपियों के खिलाफ के खिलाफ अदालत में इस्तगासा पेश किया है। कोर्ट ने इस्तगासा उचित कार्रवाई के लिए संबंधित पुलिस थाने को भेज दिया है।
पीडिता ने इस्तगासे में बताया है कि वह वर्तमान में राजकीय कन्या महाविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष पद पर कार्यरत है। उसके साथ विद्याथी परिषद के पूर्व महानगर सहमंत्री सीताराम चौधरी, वर्तमान महानगर मंत्री हंसराज चौधरी, तत्कालीन प्रदेश सहमंत्री चंद्रभान गुर्जर, चैनाराम चौधरी, रामकिशोर सारण व महेन्द्र चौधरी ने अभद्रता व दुव्र्यवहार किया। पीडिता ने इन लोगों पर उसके साथ छेडछाड तथा दुराचार के प्रयास जैसे गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
पीडिता ने इस्तगासे बताया कि आरोपी उसे अकारण ही कई बार परिषद के हाथीभाटा स्थित कार्यालय पर जबरन बुलाते रहे तथा मोबाइल पर अश्लील मैसेज भी भेजते थे। पीडिता का कहना है कि उसका मोटरसाइकिल से पीछा किया जाता रहा तथा संबंध बनाने का दबाव भी डालते थे। पीडिता ने आरोपियों पर उसके मोबाइल के फोटो व डेटा चुराने का आरोप भी लगाया है।
पीडिता का कहना है कि बीते 31 दिसंबर को आरोपियों ने पॉलिटिकल बातचीत के लिए उसे हॉस्टल के पीछे एकांत में ले जाने तथा वहां जबरजस्ती करने का आरोप भी लगाया है, पीडिता ने बताया कि तब वह आरोपियों के चंगुल से निकल भागने में सफल हो गई थी।
पीडिता ने आरोपियों पर उससे आठ हजार रुपए भी ऐंठने का आरोप लगाया है तथा शारीकि व आर्थिक शोषण करने तथा फर्जी रिपोर्ट लिखाने की धमकी देने जैसे आरोप भी लगाए हैं।