अजमेर। भारतीय सिन्धु सभा की ओर से ग्रीष्मकालीन अवकाश में प्रत्येक ईकाई द्वारा राज्यभर में दस से पन्द्रह दिवसीय सिन्धी बाल संस्कार शिवि पूज्य सिन्धी पंचायत, धार्मिक व सामाजिक संगठनों के सहयोग से सम्पन्न हुए।
सभा के प्रदेशाध्यक्ष लेखराज माधू ने बताया कि 48 शहरों में 90 सिन्धी बाल संस्कार शिविरों के सफल आयोजन हुए। प्रदेश संगठन महामंत्री मोहनलाल वाधवाणी ने बताया कि प्रदेश की ओर से प्रकाशित पुस्तक में मातृ भाषा का ज्ञान, सिन्धी सभ्यता संस्कृति, गीत संगीत व भजन, देश भक्ति के प्रेरणा प्रसंगों की पूर्ण जानकारी दी गई।
शिविर में शिरकत करने वाले विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन स्थानीय ईकाइयों की ओर से करवाया गया। विजेता प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। शिविरों में 5 से 15 आयु वर्ग के लगभग 6000 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया।
प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि शिविर जयपुर, अजमेर, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा, भीलवाडा, पाली, गंगानगर, करणपुर, सूरतग-सजय, पदमपुर, नसीराबाद, ब्यावर, जेतसर, सादुलशहर, हनुमानग-सजय, नोहर, निवाई, झालरापाटन, बूंदी, बाडमेर, तिजारा, खैरथल, किशनगढ, इस्माइलपुर, डूंगरपुर, चुरू, प्रतापगढ, चित्तौडगढ आदि शहरों में लगाए गए।
प्रदेश प्रचार मंत्री घनश्याम हरवाणी ने बताया कि शिविरों में सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन के 1305वें बलिदान दिवस के कार्यक्रमों सहित 21वीं सिन्धु दर्शन यात्रा लेह लद्धाख की भी पूर्ण जानकारी दी गई।