अजमेर। फरार कुख्यात अपराधी आनन्दपाल सिंह का सुराग भी पुलिस को सूरज गुर्जर से हुई पूछताछ में हाथ लगा है।
कुख्यात अपराधी आनन्दपाल सिंह को पुलिस गिरफ्त से फरार कराने के लिए घटना वाले दिन गांव सारडी निवासी एवं जसवंतगढ़ थाने का हिस्ट्रीशीटर सूरजमल उर्फ सूरज गुर्जर उर्फ सुरजाराम अपनी गैंग के साथ मेड़ता पहुंचा था तथा उस जगह उस सरकारी वाहन का इंतजार कर रहा था, जिसमें अजमेर हाई सिक्युरिटी जेल से जिला पुलिस के चालानी गार्ड कुख्यात अपराधी आनन्दपाल सिंह को तारीख पेशी भुगताकर लौटने वाले थे। उसके बाद जो हुआ वह सर्वविदित है।
अजमेर रेंज की पुलिस महानिरीक्षक मालिनी अग्रवाल ने बताया कि नागौर जिले के लाडनूं थाना पुलिस द्वारा गुरुवार शाम को नाकाबंदी के दौरान पकडे़ गए फरार अपराधी आनन्दपाल सिंह के तीन गुर्गांे से हुई पूछताछ में यह बात सामने आई है कि आनन्दपाल सिंह की फरार के वक्त उसका गुर्गा सूरज गुर्जर भी अपने साथियों के साथ एक अन्य बोलेरो गाडी में हथियारों के साथ मौजूद था।
पुलिस पूछताछ में गुर्जर ने यह भी बताया कि लगभग आधा घंटे तक उसने आनन्दपाल सिंह से मुलाकात भी की थी, जो तारीख पेशी से पहले अदालत की उस बैरिक में हुई थी जिसमें बंदियों को रखा जाता है।
पुलिस पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि सूरज गुर्जर और उसके गुर्गों ने आनन्दपाल सिंह सहित उसके साथ गए चालानी गार्डों के लिए नोनवेज व रोटियां मेडता की एक होटल से मंगवाया था। जिसे सभी ने एक साथ चटखारे लेकर खाया था।
इसके अलावा सूरज गुर्जर के साथियों ने आनन्दपाल सिंह का जन्मदिन होने के कारण उस दिन केक का इंतजाम भी किया था। जिसे तारीख पेशी से लौटते वक्त एक निर्जन स्थान पर आनन्दपाल सिंह ने चालानी गार्डों तथा सूरज गुर्जर और उसके साथ आए अन्य अपराधियों की मौजूदगी में केक काट कर अपना जन्मदिन सेलीब्रेट किया।
पुलिस पूछताछ में यह बात भी सामने आने का दावा लाडनूं पुलिस द्वारा किया जा रहा है कि चालानी गार्डों को खिलाने के लिए लाई गई विषैली मिठाई के बारे में सुरज गुर्जर व उसके साथी पहले से जानते थे जिसके चलते उन्होंने मिठाई के उस डिब्बे से मिठाई का एक भी पीस नहीं उठाया था जिसमें नशीला पदार्थ मिलाया गया था।
सूरज गुर्जर उसके साथ आए अपराधी आनन्दपाल सिंह को पुलिस हिरासत से फरार कराने की योजना बनाकर ही उस दिन मेडता पहुंचे थे, जिसके लिए सूरज गुर्जर अपने साथ लोडेड एके 47 गन भी लाया था, इसके अलावा उसके बाकी साथी भी हथियारों से लैस थे।
मिला सुराग
रेंज की आईजी मालिनी अग्रवाल ने बताया कि फरार कुख्यात अपराधी आनन्दपाल सिंह का सुराग भी पुलिस को सूरज गुर्जर से हुई पूछताछ में हाथ लगा है, जिस पर पुलिस की चार टीम बनाकर अलगअलग संभावित स्थानों पर भेजी जा रही है। आईजी अग्रवाल ने बताया कि पांच हजार का ईनाम कुख्यात अपराधी सूरज गुर्जर की गिरफ्तारी पर ईनाम घोषित कर रखा था।
जिसके चलते राज्य के सभी जिलों की पुलिस और पुलिस का मुखबिर तंत्रा सूरज गुर्जर का नेटवर्क खंगालने में लगे थे। गुरुवार शाम को लाडनूं थाना प्रभारी लादू सिंह को सूचना मिली थी कि जसवंतगढ का हिस्ट्रीशीटर अपने दो अन्य अपराधी साथियों के साथ लाडनूं थाना क्षेत्रा से गुजरने वाला है। इस सूचना के मिलते ही उन्होंने थाने के सामने नाकाबंदी करा दी थी।