जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में आगामी 18 से 21 फरवरी तक आयोजित होने वाले अखिल भारतीय अधिवेशन में देशभर से 50 हजार से भी अधिक किसान जुटेंगे। किसानों के इस एकत्रीकरण का बीडा भारतीय किसान संघ ने उठाया है। अधिवेशन में किसानों की समस्या, केन्द्र और राज्य सरकारों से अपेक्षा, मांग, अधिकार और किसानों के उन्नयन पर चर्चा होगी।
अधिवेशन के संयोजक बद्रीनारायण चौधरी ने बताया कि यह पहला मौका है जब अखिल भारतीय किसान संघ का राष्ट्रीय अधिवेशन जयपुर में होने जा रहा है। इस अधिवेशन में देश के सभी राज्यों से करीब दस हजार महिला-पुरुष किसान प्रतिनिधि शिरकत करेंगे। किसान संघ इसके लिए सभी प्रांतों के 500 जिलों की 2,500 तहसीलों में अपने किसान प्रतिनिधियों को निमंत्रण भेज चुका है।
उन्होंने बताया कि अधिवेशन जयपुर स्थित एशिया की सबसे बडी मुहाना मंडी परिसर में होगा। देशभर से आने वाले किसान प्रतिनिधि तीन दिन तक मुहाना मंडी में ही रुकेंगे। इसी जगह उनके भोजन, आवास की भी व्यवस्था की जाएगी। खास बात यह है कि अधिवेशन में भाग लेने आने वाले किसान प्रतिनिधि अपना आने तथा लौटने का किराया खर्च खुद वहन करेंगे साथ ही अधिवेशन का शुल्क भी जमा कराएंगे।
विभिन्न प्रांतों और जिलों से किसान प्रतिनिधियों के आने की सूचना अग्रिम मिलने लगी है। एक अनुमान के मुताबिक करीब दस हजार किसान अधिवेशन में भाग लेंगे। इतनी बडी संख्या में देश के अलग अलग भाषा और प्रांत के किसानों का जुटना अपने आप में एक खास बात है। बाहर से आने वाले किसान प्रतिनिधियों के लिए व्यवस्था का जिम्मा राजस्थान के एक हजार कार्यकताओं पर रहेगा।
अधिवेशन में कब और क्या क्या होगा
अधिवेशन के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए चौधरी ने बताया कि मंडी प्रांगण में ही ३ फरवरी को भूमि पूजन का कार्यक्रम होगा। दिनांक 18 फरवरी से 22 फरवरी तक राष्ट्रीय स्तर का किसान मेला चलेगा। इसी दौरान मुहाना मंडी में भारतीय किसान संघ की ओर से प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
इस प्रदर्शनी में आम जन भी शिरकत कर सकेंगे। किसान मेले तथा प्रदर्शनी के उदघाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह करेंगे। मुख्य अतिथि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया होंगी। विशिष्ट अतिथि केन्द्रीय मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ तथा राजस्थान के कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी होंगे।
उदघाटन कार्यक्रम दोपहर 12 बजे होगा। अगले दिन 19 फरवरी को एक दिन का खुला अधिवेशन होगा जिसमें देशभर से 50 हजार किसान प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। इसमें राजस्थान के गांवों से भी 10 हजार किसान भाग लेंगे। इस अधिवेशन का बोध वाक्य जैविक कृषि, रोजगार युक्त ग्राम एवं स्वस्थ जीवन रखा गया है।
आगंतुक किसानों के भोजन की व्यवस्था जयपुर के लोगों के सहयोग से की जाएगी। किसानों के ठहरने की व्यवस्था के लिए 11-11 हजार की आबादी के 4 गांव मंडी परिसर में बसाए जाएंगे। इन सभी के लिए एक समय के भोजन की व्यवस्था जयपुर के वांशिदों की तरफ से होगी।
भारतीय किसान संघ का चुनावी साल
भारतीय किसान संघ का तीसरे वर्ष चुनावी साल होता है। इस दौरान अधिवेशन के दौरान ही राष्ट्रीय, प्रांतीय तथा जिला व ग्राम ईकाइयों का पुनर्गठन किया जाता है। जयपुर में होने वाले इस अधिवेशन में चुनावी प्रक्रिया भी पूर्ण की जाएगी।