कानपुर। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मथुरा में हुई घटना को लेकर प्रदेश सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस घटना से साफ हो गया है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं हैं।
वे यही नहीं रूके आगे कहा कि रामवृक्ष यादव को शिवपाल यादव का सरंरक्षण प्राप्त था। जिसके चलते इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि नेता जी अगर कुछ इंसानियत बची हो तो शिवपाल से इस्तीफा ले लें।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को रूमा स्थित सरस्वती महाविद्यालय में बूथ प्रमुखों को संबोधित कर रहे थे। बूथ सम्मेलन में अध्यक्ष ने कहा कि मथुरा की घटना उत्तर प्रदेश सरकार की नाकामी दर्शा रही है। इस घटना की जितनी निंदा की जाए वह कम ही है।
प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या के बाद अमित शाह ने भी प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री शिवपाल सिंह यादव पर घटना का सीधे आरोप लगा दिया। उन्होंने कहा कि रामवृक्ष यादव को शिवपाल का संरक्षण प्राप्त था। जिसके चलते इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया।
अध्यक्ष ने कहा कि शिवपाल के चलते पुलिस रामवृक्ष पर कार्रवाई करने से बचती रही। जिसका परिणाम है कि आज दो जांबाज अधिकारियों को प्रदेश सरकार ने खो दिया। उन्होंने नेता जी मुलायम सिंह को भी घेरते हुए कहा कि नेता जी अगर कुछ इंसानियत बची हो तो शिवपाल से इस्तीफा ले लो।
अध्यक्ष के तीखे तेवर के बाद सपा में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त हो गया। जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि बिना सबूत के शाह जैसे नेता को आरोप लगाना शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष के आरोपों का जवाब हाईकमान देगा मैं तो यहीं कहूंगा कि राजनीति में ऐसे निराधार आरोप नहीं लगाना चाहिए।