लखनऊ/उन्नाव। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को गुरुवार को औरेया जाते समय रास्ते में ही हिरासत में ले लिया गया।
वह औरैया में बुधवार को हुई झड़प में घायल पूर्व सांसद प्रदीप यादव से मिलने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें उन्नाव में ही हिरासत में ले लिया। उनके साथ कई एमएलसी और सैकड़ों कार्यकर्ता भी हिरासत में लिए गए हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को औरास थाना क्षेत्र में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस राजमार्ग पर हिरासत में लिया गया।
कानपुर-लखनऊ राजमार्ग पर नवाबगंज टोल प्लाजा और जाजमऊ में पुलिस के पुख्ता बंदोबस्त के बीच औरैया के लिए रवाना हुआ अखिलेश का काफिला एक्सप्रेस वे की ओर मुड़ गया। इसकी जानकारी होते ही पुलिसबल एक्सप्रेस-वे की ओर दौड़ी और हसनगंज टोल प्लाजा के पास नाकाबंदी कर दी।
पुलिस ने टोल प्लाजा के पास ही अखिलेश यादव सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं को रोक लिया। पुलिस की चेतावनी के बाद भी सपाइयों पर असर नहीं हुआ तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर सपाइयों को खदेड़ने के साथ ही अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया।
अखिलेश यादव के साथ करीब 35 गाड़ियों में सवार सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को अपने सुरक्षा घेरे में लेकर पुलिस धौरा कृषि विज्ञान केंद्र पर ले गई। यहीं पर उन्हें हिरासत में रखा गया है।
इधर, कानपुर के बिल्हौर से सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, विधायक अमिताभ बाजपेयी, संजय लाठर समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। इन्हें कानपुर पुलिस लाइन लाया गया।
गौरतलब है कि औरैया में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के नामांकन के दौरान बुधवार को पुलिस व समाजवादी पार्टी के समर्थकों के बीच तीखी झड़प हो गई थी। मामला इतना बढ़ गया कि उग्र सपा कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए।
आगजनी और पथराव के बीच पुलिस ने हालात नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया था, जिसमें पूर्व सांसद प्रदीप यादव को भी काफी चोट लगी थी।