सबगुरु न्यूज़ उदयपुर। उदयपुर संभाग के चित्तौड़गढ़ जिले का आकोला कस्बा शुक्रवार को बंद हो गया। तिरंगा यात्रा के दौरान भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों की अनदेखी के कारण लोगों का रोष बढ़ गया और उन्होंने सुबह से ही कस्बे को बंद कराना शुरू कर दिया।
तिरंगा यात्रा के दौरान अनशन पर बैठे ग्रामीणों की अनदेखी पर फूटा गुस्सा
दरअसल, चित्तौड़गढ़ जिले की सबसे बड़ी पंचायत छीपों का आकोला आजादी के 70 सालों के बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। मांगों की विगत चार सालों से विधायक अर्जुन लाल जीनगर की अनदेखी से परेशान होकर आमजन के हितों के लिए 16 अगस्त को सुबह 7.15 बजे से पूर्व उपसरपंच जगदीशचंद्र छीपा व रामलाल जाट के द्वारा ग्रामीणों के सहयोग से भूख – हड़ताल कर धरना शुरू कर दिया गया। आकोला कस्बे के मुख्य बस स्टैण्ड पर यह धरना जारी है।
गुरुवार को तिरंगा यात्रा पर रैली में आये सांसद सीपी जोशी, विधायक अर्जुन लाल जीनगर, भाजपा मंडल अध्यक्ष भीमसिंह झाला के आकोला पहुंचने पर उन्होंने भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों से बात करना तो दूर, भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों को बिलकुल नजर अंदाज करते हुए सामने से आगे बढ़ गए। गुरुवार को भी रैली निकलने के पांच मिनट बाद ग्रामीणों ने आकोला बंद करवा दिया था। मुख्य बस स्टैंड पर जाम लगा दिया था।