जब से अक्षय कुमार को नेशनल अवॉर्ड मिला है, तभी से उन पर लगातार निशाना साधा जा रहा है। लोगों का कहना था कि ‘दंगल’, ‘अलीगढ़’ और ‘उड़ता पंजाब‘ जैसी फिल्मों के होते हुए अक्षय को ‘रुस्तम’ के लिए नेशनल अवॉर्ड मिलना गलत था।
अक्षय ने अभी तक तो इस मामले पर चुप्पी साधी हुई थी लेकिन अब उन्होंने अपनी सफाई रखी है।
मुंबई मिरर को दिए इंटरव्यू में अक्षय ने पहली बार इस बारे में बात की। उन्होंने कहा, ‘मुझे इंडस्ट्री में काम करते हुए 25 साल हो गए हैं और मैंने कभी भी किसी फिल्म या अवॉर्ड के लिए किसी का फेवर नहीं किया।’ अक्षय ने अपने करीबी दोस्त प्रियदर्शन के बारे में कहा कि उन्होंने इस बात का जवाब पहले ही दे दिया है।
आपको बता दें कि 64वें नेशनल अवॉर्ड के ज्यूरी हेड निर्देशक प्रियदर्शन थे। अक्षय और प्रियदर्शन ने कई फिल्मों में साथ काम किया है और कहा जा रहा था कि उन्हें ये अवॉर्ड प्रियदर्शन से नजदीकी के कारण ही मिला है।
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इस बात पर प्रियदर्शन पहले ही अपना पक्ष रख चुके हैं। प्रियदर्शन ने कहा था कि अक्षय इस अवॉर्ड के असली हकदार थे इसलिए उन्हें इससे सम्मानित किया गया। ‘मेरे साथ 38 ज्यूरी मेंबर्स थे।
आप इतने लोगों के फैसले को गलत कैसे कह सकते हैं? रमेश सिप्पी जब पिछले साल ज्यूरी के हेड थे और उन्होंने अमिताभ बच्चन को ‘पीकू’ फिल्म के लिए अवॉर्ड दिय था तब तो किसी ने सवाल नहीं उठाए थे।’
अक्षय इस वक्त फिल्म ‘पैड मैन’ की शूटिंग में व्यस्त हैं। उनकी ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ फिल्म 11 अगस्त को रिलीज होगी। इस दिन शाहरुख खान और अनुष्का शर्मा की फिल्म भी रिलीज होगी।