अजमेर। अजमेर और पुष्कर शहर सहित आसपास की 15 गांवों के 30 हजार स्कूली बच्चों को शीघ्र ही गर्मागर्म पौष्टिक मिड डे मील उपलब्ध होगा। अक्षयपात्रा फाउंडेशन द्वारा बच्चों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
जिला कलक्टर गौरव गोयल एवं महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने तोपदड़ा स्थित सैन्ट्रलाइज्ड किचन का अवलोकन किया एवं यहां उपलब्ध संसाधनों के बारे में जानकारी ली।
जिला कलक्टर गौरव गोयल ने बताया कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे चाहती है कि सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को पौष्टिक मिड डे मील उपलब्ध हो। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप अजमेर, पुष्कर एवं आसपास के 15 गांवों में विद्यार्थियों को अक्षयपात्रा फाउंडेशन द्वारा मिड डे मील तैयार कर उपलब्ध कराया जाएगा।
इन क्षेत्राों के करीब 30 हजार विद्यार्थियों को सैन्ट्रलाइज्ड किचन में तैयार मिड डे मील मिलेगा। उन्होंने बताया कि अक्षयपात्रा फाउंडेशन जयपुर, वृंदावन एवं बैंगलोर में लाखों बच्चों को मिड डे मील उपलब्ध करा रहा है। यह व्यवस्था अजमेर में भी शुरू होगी।
अजमेर में 40 हजार चपाती प्रति घण्टे बनाने वाली मशीन स्थापित की जाएगी। इसमें करीब 2 करोड़ रुपए का खर्च आएगा जो ड्यूश बैंक द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पोंसिबिलिटी योजना के तहत उपलब्ध कराई जाएगी। इस राशि से किचन को आईएसआे मानक को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाएगा।
अक्षयपात्रा द्वारा बनारस में में भी 3 लाख विद्यार्थियों को एक ही किचन से मिड डे मील तैयार करवाकर उपलब्ध कराया जाएगा। महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे द्वारा राज्य के सरकारी स्कूलों में सुविधाएं और संसाधन मुहैया कराए जाने की कड़ी में अजमेर में फिर से सैन्ट्रलाइज्ड किचन की शुरूआत एक अहम कदम है।
अजमेर, पुष्कर सहित आसपास के गांवों में विद्यार्थियों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध होगा। इससे स्कूलों में नामांकन के साथ ही उपस्थिति भी बढ़ेगी।