अलीगढ़। गौंडा थाने की पुलिस ने गांव पींजरी के दिव्या हत्याकांड का खुलासा करते हुए उसकी चाची को गिरफ्तार किया। उसके बाद उसके प्रेमी व उसके दोस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इन तीनों ने अवैध सम्बन्धों पर पर्दा डालने के लिए दिव्या की गड़ासा से हत्या की थी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त गड़ासा भी बरामद कर लिया है। गांव पींजरी नागरी निवासी ओम प्रकाश जाटव की 14 वर्षीया पुत्री देववती उर्फ दिव्या सागर की सोमवार की सुबह शौच जाने पर खेत में गला रेतकर हत्या कर दी गई थी।
शव घर से तीन सौ मीटर दूर सड़क किनारे खेत में मिला। पुलिस को छानबीन में पता चला कि हत्या डेढ़ सौ मीटर पहले ही गेंहू के खेत में की गई थी। यहां पर लाल रंग की चूडियां, एक जोडी चप्पल लेडीज और खून पड़ा मिला।
इन्हें कब्जे में लेकर जांच की तो पाया चूडियां मृतका की चाची मोना की है। इस पर मोना को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में मोना ने बताया कि हत्या उसने अपने प्रेमी व उसके दोस्त की मदद से की है। ओम प्रकाश का छोटा भाई जितेन्द्र आंन्ध्र प्रदेश में रेलवे कर्मी है और उसकी डेढ साल पूर्व मोना से शादी हुई थी।
उसके कोई बच्चा नहीं है और जितेन्द्र चार या पांच माह बाद गांव में आता था। इस कारण मोना के सम्बन्ध पड़ोस में रहने वाले अविवाहित सोनू से बन गये। पिछली बार जब जितेन्द्र घर आया था तो भतीजी दिव्या को अपनी पत्नी मोना के पास छोड गया था। चार दिन पूर्व रात में चाची और सोनू को एक साथ देख लिया।
दिव्या ने जब विरोध किया तो मोना ने हाथ पैर जोडकर उसे मना लिया। सीओ ने बताया कि मोना को डर था कि दिव्या कभी भी उसके अवैध सम्बंध की जानकारी दे सकती है। इसलिए उसने सोनू के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई।
सोमवार की प्रातः दिव्या शौच के लिए गई तभी खेत में पहले से सोनू और उनका दोस्त मनीष निवासी मोनी की नगरिया मौजूद थे। पीछे से मोना भी पहुंच गई। मोना और मनीष ने दिव्या के हाथ पैर पकडे और सोनू ने गडासे से गला काट दिया।
पकडने में मोना की चूडियां टूट गई। पुलिस ने सोनू व मनीष को भी गिरफ्तार कर लिया। साथ ही गडासा भी बरामद कर लिया हैै।