अजमेर। अजमेर जिले के सेवारत चिकित्सकों द्वारा अपनी मांगों के सम्बन्ध में राज्य सरकार को त्यागपत्र दिए जाने के बावजूद मुख्यालय के प्रमुख चिकित्सालय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय, जनाना चिकित्सालय एवं सेटेलाईट चिकित्सालय में आपातकालिन, आउटडोर सहित समस्त सेवाए नियमित चलती रहेगी। कार्य व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला मुख्यालय पर नियंत्रण कक्ष की स्थापना भी की गई है।
जिला कलक्टर गौरव गोयल ने रविवार शाम कलक्ट्रेट सभागार में जयपुर चिकित्सा भवन से वीडियो कांफ्रेंस के पश्चात अधिकारियों की बैठक में चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी भी मरीज को कोई कठिनाई नहीं आने दी जाएगी, इसके लिए समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
उन्होंने बताया कि अजमेर मुख्यालय के अतिरिक्त जिले के प्रमुख शहर किशनगढ़, ब्यावर, केकड़ी, नसीराबाद एवं बिजयनगर में भी आउटडोर एवं आपातकालीन सेवाएं नियमित रूप से रहेंगी। इन चिकित्सालयों में वरिष्ठ चिकित्साकर्मी को पीएमओ का चार्ज दिलाया जा रहा है।
जिला कलक्टर ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 32 आयुर्वेद चिकित्सक एवं जिले में कार्यरत अन्य 130 आयुर्वेद चिकित्सकों की ड्यूटी चिकित्सालयों में लगाई जा रही है, जहां वे मरीजों का ईलाज करेंगे।
उन्होंने एम्बूलेन्स सेवाओं के लिए भी निर्देश दिए कि वे हर समय सतर्क रहें तथा आपातकालीन स्थिति में मरीज को आगामी आदेश तक निजी चिकित्सालय में भी ले जाना पड़े, तो ले जाए।
नियंत्रण कक्ष स्थापित
जिला कलक्टर ने बताया कि चिकित्सा व्यवस्था में मरीजों को कोई कठिनाई नहीं हो, इसके लिए जिला मुख्यालय पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में नियंत्राण कक्ष की स्थापना की गयी है। जिसका दूरभाष संख्या 0145- 2631111 रहेगा। चिकित्साकर्मियों के अवकाश निरस्त
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले के चिकित्सा संस्थाओं पर कार्यरत/पद स्थापित कोई भी कार्मिक नर्सिग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, टैक्निकल स्टाफ सोमवार से अग्रिम आदेशों तक अवकाश पर नही रहेंगे। यदि किसी चिकित्सा संस्थान पर कार्यरत कोई नर्सिंग कर्मचारी अवकाश पर है, तो उसका अवकाश तुरन्त प्रभाव निरस्त करते हुए वह अपनी उपस्थिति अविलम्ब अपनी ड्यूटी पर देगा।
उन्होंने बताया कि कार्यरत चिकित्सकों के त्यागपत्र देकर ड्यूटी पर नहीं रहने के कारण पदस्थापित समस्त नर्सिग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ एवं टैक्निकल स्टाफ अनिवार्य रूप से अपनी ड्यूटी पर उपस्थित रहेंगे तथा अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। प्रत्येक चिकित्सा संस्थान पर पर्याप्त मात्रा में वे दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे ताकि किसी मरीज को असुविधा ना हो।
भामाशाह योजना के मरीजों को सुविधा उपलब्ध कराएं
जिला कलक्टर ने बताया कि भामाशाह योजना से संबंधित जिले में 16 निजी चिकित्सालय अधिकृत है। रोगी किसी भी चिकित्सा संस्थान पर इलाज हेतु उपस्थित होता है, तो उस रोगी को भामाशाह योजना के लिए अधिकृत निजी चिकित्सालय के लिए तुरन्त प्रभाव से रैफर किया जाएगा।
बैठक में जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डाॅ. आरके गोखरू, उप निदेशक स्वायत्त शासन विभाग किशोर कुमार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रतिनिधि एसके सिंह, जिला आयुर्वेद अधिकारी बाबूलाल शर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
https://www.sabguru.com/all-doctors-submit-resignation-no-operation-in-jln-hospital-ajmer/