अजमेर। अजमेर जिले के सेवारत चिकित्सकों द्वारा अपनी मांगों के सम्बन्ध में राज्य सरकार को त्याग पत्र दिए जाने के फलस्वरूप चिकित्सा संस्थाओं की चिकित्सा व्यवस्था व्यवस्थित रूप से चलाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. केके सोनी ने बताया कि जिले के चिकित्सा संस्थााओं पर कार्यरत/पद स्थापित कोई भी कार्मिक नर्सिग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, टैक्निकल स्टाफ सोमवार से अग्रिम आदेशों तक अवकाश पर नहीं रहेंगे। यदि किसी चिकित्सा संस्थान पर कार्यरत कोई नर्सिंग कर्मचारी अवकाश पर है, तो उसका अवकाश तुरन्त प्रभाव निरस्त करते हुए वह अपनी उपस्थिति अविलम्ब अपनी ड्यूटी पर देगा।
उन्होंने बताया कि कार्यरत चिकित्सकों के त्यागपत्र देकर ड्यूटी पर नहीं रहने के कारण पदस्थापित समस्त नर्सिग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ एवं टैक्निकल स्टाफ अनिवार्य रूप से अपनी ड्यूटी पर उपस्थित रहेंगे तथा अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। प्रत्येक चिकित्सा संस्थान पर पर्याप्त मात्रा में वे दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। ताकि किसी मरीज को असुविधा ना हो। इन सब का दायित्व वरिष्ठ नर्सिग स्टाफ/प्रभारी का होगा।
उन्होंने बताया कि भामाशाह योजना से संबंधित रोगी किसी भी संस्थान पर इलाज के लिए उपस्थित होता है, तो उस रोगी को भामाशाह योजना के लिए अधिकृत निजी चिकित्सालय के लिए तुरन्त प्रभाव से रैफर किया जाएगा। जिन चिकित्सा संस्थाओं पर आयुष चिकित्सक पदस्थापित है। वे अग्रिम आदेशों तक अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे तथा ड्यूटी पर उपस्थित रहकर चिकित्सा संस्थाओं में आने वाले रोगियों को आवश्यक चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराएंगे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने परिविक्षाकालाधीन चिकित्सा अधिकारियों को भी विभिन्न चिकित्सा संस्थानों पर ड्यूटी देने के लिए पाबन्द किया है। जिनमें बांदनवाड़ा सीएचसी पर मीनाक्षी गहरवाल, राजकीय यज्ञनारायण चिकित्सालय किशनगढ़ पर स्वाति शिंदे एवं अनिल शर्मा को, सीएचसी पुष्कर पर डाॅ. सिध्या कोे, पीसांगन में हेमन्त कुमार को, श्रीनगर में स्मृद्धि धाबाई को, मसूदा में इन्द्र देवसिंह पंवार को, सरवाड़ में स्नेहा धाबाई को, कांदेड़ा में विजय कुमार प्रभाकर को तुरन्त प्रभाव से लगाया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जिला आयुर्वेद अधिकारी को भी विभिन्न चिकित्सालयों पर आयुर्वेद चिकित्सक उपलब्ध कराने हेतु लिखा गया है। उन्होंने बताया कि अमृत कौर चिकित्सालय ब्यावर के लिए दस आयुर्वेद चिकित्सक तथा राजकीय यज्ञनारायण चिकित्सालय किशनगढ, चिकित्सालय नसीराबाद, चिकित्सालय केकड़ी एवं चिकित्सालय बिजयनगर के लिए पांच-पांच आयुर्वेद चिकित्सक उपलब्ध कराने हेतु लिखा है।
उन्होंने जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक को भी पत्र लिख जिले के ब्यावर, किशनगढ, नसीराबाद, केकड़ी एवं बिजयनगर में समस्त चिकित्सालयों में दस-दस चिकित्सा विशेषज्ञ उपलब्ध कराने को कहा है।