नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को अनंतनाग जिले में अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हुए आतंकवादी हमले की कश्मीर के लोगों द्वारा खुल कर निंदा किए जाने की सराहना की है।
राजनाथ ने मंगलवार को कहा कि कश्मीर के प्रत्येक वर्ग ने अमरनाथ तीर्थयात्रियों को निशाना बनाकर किए गए दुर्भाग्यपूर्ण कायर आतंकवादी हमले की निंदा की है। मैं राज्य के लोगों को सलाम करता हूं।
राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित शीर्ष सरकारी अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता करने के बाद यह बयान दिया।
बैठक के बाद उन्होंने ट्वीट किया कि कश्मीर में किसी ने भी आतंकवादी हमले को सराहा नहीं। इससे पता चलता है कि कश्मीरियत अभी जिंदा है। इससे इस तरह के आतंकवादी तत्वों के खिलाफ लड़ने के हमारे हौसले को बल मिलता है।
लेकिन, राजनाथ के इस ट्वीट पर उन्हें कड़ी प्रतिक्रियाएं भी मिलीं। शुचि सिंह कालरा नाम के ट्विटर हैंडल से कहा गया कि फिलहाल ‘कश्मीरियत’ की किसी को परवाह नहीं है और उनका (राजनाथ) काम ‘दिलासा’ देना नहीं है।
जवाब में राजनाथ ने ट्वीट किया कि निश्चित तौर पर मैं ऐसा करूंगा। निश्चित तौर पर देश के हर हिस्से में शांति एवं सौहार्द स्थापित करना मेरी जिम्मेदारी है। सभी कश्मीरी आतंकवादी नहीं हैं।
जम्मू एवं कश्मीर के अनंतनाग जिले के खानबल इलाके में सोमवार रात जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर अमरनाथ श्रद्धालुओं की बस को निशाना बनाकर किए गए हमले में छह महिलाओं सहित सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 19 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने हमले के लिए लश्कर-ए-तैयबा को जिम्मेदार ठहराया है।