वेलेटा/त्रिपोली। लीबिया के अपहृत विमान से सभी 111 यात्री और चालक दल के सात सदस्य रिहा करा लिए गए हैं।
गौरतलब है कि इस विमान का त्रिपोली जाते समय अपहरण हो गया था और इसे माल्टा में उतारा गया था। माल्टा हवाईअड्डे पर उतरने के दो घंटे बाद यात्रियों को रिहा किया गया।
अपहरणकर्ताओं ने यात्रियों को तो रिहा कर दिया था, लेकिन चालकदल के सदस्यों को काफी देर तक अपने कब्जे में रखा। इस दौरान उनकी बातचीत अधिकारियों से होती रही। अपहर्ता माल्टा में शरण चाह रहे थे।
काफी देर तक चली बातचीत के बाद अंततः गतिरोध टूटा और अपहर्ताओं ने चालकदल के सदस्यों को भी छोड़कर समर्पण कर दिया।
गौरतलब है कि माल्टा की सरकार ने अपहरण की जानकारी मिलते ही आनन-फानन में एक टीम बना दी थी जिसे अपहर्ताओं की मांग सामने आने पर उनसे बातचीत करनी थी।
प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कट खुद पूरे ऑपरेशन पर नजर रख रहे थे। इससे पहले विमान के पायलट ने त्रिपोली एयर ट्रैफिक कंट्रोल को विमान के अपहरण की जानकारी दी थी।
अफ्रीकियाह एयरवेज का यह विमान लीबिया के सेभा शहर से त्रिपोली जा रहा था। विमान में 82 पुरमहिलाओं और एक बच्चा समेत कुल 111 यात्री थे। इनके साथ चालकदल के सात सदस्य भी थे।
इससे पहले विमान के माल्टा में उतरते ही बख्तरबंद गाड़ियों और सुरक्षाकर्मियों ने विमान को घेर लिया था और आपातकालीन सेवा के लिए मेडिकल टीम को भी तैयार रखा गया था।
इसी बीच प्रधानमंत्री खुद ट्वीटकर ताजा जानकारी साझा करते रहे। उन्होंने तत्काल राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक कर पूरी रणनीति पर चर्चा की और सभी विकल्पों पर विचार करने के बाद संबद्ध अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिए।
गौरतलब है कि वर्ष 2011 में लीबिया के नेता गद्दाफी की विद्रोहियों ने हत्या कर दी थी। तब से लीबिया में उथल-पुथल का माहौल है और विभिन्न गुटों के बीच यहां आए दिन झड़प होती रहती है।