नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की फेसबुक पर की गई एक टिप्पणी चर्चा का विषय बन गई है। केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री मेनका गांधी ने कहा है कि लैंगिक संवेदीकरण में पुरुषों की भूमिका निर्णायक है, क्योंकि सभी तरह की हिंसा पुरुषों की पैदा की हुई है।
जानकारी के अनुसार मेनका गांधी ने महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय की ओर से फेसबुक पर शुरू की गई पहल ‘100 वूमेन’ पर लोगों के सवालों के जवाब में यह बात कही है।
उन्होंने कहा है कि लैंगिक संवेदनशीलता जगाने में पुरुषों की भूमिका निर्णायक है। क्योंकि सभी हिंसा पुरुषों की पैदा की हुई है। उन्होंने कहा कि हमने स्कूलों में जेंडर चैंपियन कार्यक्रम शुरू किया है। इसमें लड़कियों की मदद करेंने और उनके प्रति सम्मान दिखाने वाले वाले लड़कों को इनाम दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय ने 100वूमेन कार्यक्रम की शुरुआत जुलाई में की थी। इसके तहत देश की ऐसी 100 महिलाओं की तलाश है, जिन्होंने अपने काम से अपने समुदायों में प्रभाव छोड़ा है और दूसरो को भी प्रोत्साहित किया है।
बाल कल्याण मंत्रालय के इस प्रयोग में बाल शिक्षा, महिलाओं के साथ अपराध और राजनैतिक मुद्दों पर मेनका ने जवाब दिया है। मंत्रालय के अनुसार इस पहल से देश के भविष्य में अच्छे संस्कारों की निर्माण किया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय के इस कार्यक्रम में 30 सितंबर तक ही नामांकन होगा। चुनी गई महिलाओं की मेजबानी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 22 जनवरी 2016 को करेंगे। 22 जनवरी 2015 को बेटी ‘बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान की शुरुआत की गई थी।