इलाहाबाद। इलाहाबाद शहर के एक कालेज में कार्यरत महिला की पहले नौकरी ले ली गई बाद में एक अधिवक्ता और उसके दोस्त इंस्पेक्टर ने मिलकर उसकी आबरू लूट ली। युवती शिकायत दर्ज कराने थाने गई तो उसे भगा दिया गया।
थकहार कर वह कोर्ट की शरण में गई जहां से कोर्ट ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना का आदेश दिया। कोर्ट के आदेश के बाद दारागंज पुलिस की आंख खुली और आनन फानन में इंस्पेक्टर जीआरपी सहित अन्य पर गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिविल लांइस के एक कालेज में काम कर रही एक युवती को एक अधिवक्ता ने कोरे कागज पर हस्ताक्षर करा कर उसके स्थान पर अपने किसी परिचित को लगवा दिया।
इसके बाद भी उसका पीछा नहीं छोड़ा। आरोप है कि 26 जुलाई को युवती किसी रिश्तेदार के घर जा रही थी उसी समय परेड मैदान के पास सड़क पर आगरा में तैनात जीआरपी का इंस्पेक्टर और अधिवक्ता मिल गए। दोनों उसे परेड ग्रांउड में ले गए और वहां रेप किया।
रेप करने के बाद धमकी दी और उसे वहीं उसके हालात पर छोड़ दिया। दोनों के चंगुल से छुटने के बाद थाने गई जहां तहरीर दी लेकिन इंस्पेक्टर का नाम आते ही पुलिस ने उसके आरोपों को दर किनार कर उसे भगा दिया।
वह न्याय की आस लेकर अफसरों के चैखट पर गई लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी इस पर वह कोर्ट में धारा 156 (3) के तहत रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए प्रर्थाना पत्र दिया।
कोर्ट ने अधिवक्ता के जरिए पूरी बात सुनने के बाद दारागंज थाने को रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया। कोर्ट के आदेश पर आज थाने में इंस्पेक्टर जीआरपी और उसके दोस्त अधिवक्ता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई।