अलवर। अलवर के अरबन कॉपरेटिव बैंक में सोलह करोड़ के गबन के मामले में एसओजी की गिरफ्त में आए दिल्ली निवासी अशोक जोशी व उसके दोनों बेटों मृदुल जोशी व अभिषेक जोशी के आर्थिक अपराधों की लंबी फेहरिस्त है।
अक्टूबर 2016 में गोवा में हुए ब्रिक्स सम्मेलन में अभिषेक जोशी ने बतौर बड़े बैंकर के रूप में खुद का परिचय करवाते हुए श्रीलंका, थाईलैण्ड व म्यांमार के कई राजनीतिक अधिकारियों से मुलाकात करते हुए उनके देश में खुद का बैंक खोलने के संबंध में बात की थी।
श्रीलंका में तो पिता-पुत्र बैंक खोलने की तैयारी करने ही वाले थे कि राजस्थान एसओजी व सीबीआई की टीमों का पता चल गया। अलवर को-ऑपरेटिव बैंक को रिश्वत देकर खरीदने के बाद पिता-पुत्रों ने ओमप्रकाश सैनी व महेश मुद्गल के साथ मिलकर छह माह में बड़ा घोटाला कर दिया।
माना जा रहा है कि बिना किसी बैंक अधिकारी की मिली भगत के इतनी बड़ी गड़बड़ी संभव नहीं है। इसलिए एसओजी के अधिकारी आरोपियों से गहनता से पूछताछ कर रहे हैं। अलवर को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले के तार जयपुर तक जुड़े हैं। पूछताछ के बाद गिरोह में शामिल अन्य लोगों की धरपकड़ के प्रयास किए जा रहे हैं।