नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व क्षमता और कांग्रेस के साथ गठबंधन के फैसले पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यदि समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में चुनाव में उतरी होती तो इतनी शर्मनाक हार नहीं होती और पार्टी कम से कम 125 सीटों पर जीत दर्ज करती।
मुलायम सिंह ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश यादव पर हमला करते हुए कहा कि अखिलेश को बिना संघर्ष के बहुमत की सरकार पिता से विरासत में मिली जिसे वह संभाल नहीं पाये। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में सपा की हार के बाद ही यदि मुलायम ने कमान संभाल ली होती तो आज इतनी शर्मनाक हार नहीं होती।
कम से कम बुरी से बुरी स्थिति में भी 125 से 130 सीटें समाजवादी पार्टी की आतीं। उन्होंने कहा कि मुलायम के नेतृत्व में पार्टी कांग्रेस के साथ कभी गठबंधन नहीं करती। उन्होंने कहा कि गठबंधन के कारण 105 सीटें व्यर्थ गईं। उन्होंने कहा कि मुलायम के नेतृत्व में पार्टी ने कभी भी इतना बुरा पराभव नहीं देखा।
कल्याण सिंह के साथ मुलायम सिंह के गठबंधन को समाजवादी पार्टी के इतिहास में सबसे बुरा वक्त करार देते हुए अमर सिंह ने कहा कि सपा के लिए सबसे बुरा समय वह था जब पार्टी ने कल्याण सिंह के साथ समझौता किया था।
उस समय आजम खान पार्टी से निकाल दिए गए थे और आजम ने पार्टी के खिलाफ मुस्लिम मतदाताओं में प्रचारित किया कि मस्जिद तोड़ने वालों के साथ मस्जिद बचाने वाले मिल गए हैं। इसके परिणामस्वरूप मुस्लिम मतदाता बड़ी संख्या में सपा से छिटक गया था। बावजूद इसके सबसे बुरे संक्रमण काल में भी सपा के 24 सांसद थे।