अमेठी। बीजेपी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बीच इन दिनों जुबानी जंग परवान पर है। राहुल गांधी गुजरात में घूम-घूम कर मोदी सरकार और बीजेपी पर तीखा वार कर रहे हैं तो अब भाजपा ने भी राहुल को उनके घर से ही घेरने की रणनीति पर काम किया है।
मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव मौर्य, यूपी अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडे ने अमेठी में रैली कर राहुल को उनके घर में चुनौती दे डाली।
अमित शाह ने कहा कि मैंने विधानसभा में अपील की थी कि यूपी में अमेठी की सीटों से सरकार बनाना चाहता हूं। मेरी इस अपील को अमेठी की जनता ने पूरी की। पांच में चार सीट जीताकर अमेठी की जनता ने हमारी मदद की।
शाह ने कहा कि मैंने पहली बार देखा कि जीता हुआ प्रत्याशी जनता का हाल न ले और हारा हुआ प्रत्याशी क्षेत्र में विकास का काम करें। स्मृति ईरानी ने यह उदाहरण पेश किया है। शाह ने कहा कि अमेठी की धरती से कांग्रेस के शहजादे से पूछना चाहता हूं कि तीन तीन पीढ़ी को यहां की जनता ने वोट किया।
आप मोदी सरकार से तीन साल का हिसाब मांगते हो, मैं आपसे तीन पीढ़ी का हिसाब मांगता हूं। राहुल आप इतने साल से सांसद हैं अमेठी में कलेक्ट्रेट ऑफिस क्यों नहीं शुरु हुआ। शाह ने कहा कि देश में दो प्रकार के विकास का मॉडल है एक गांधी नेहरू परिवार का मॉडल और दूसरा मोदी का विकास का मॉडल।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूरी दुनिया में पीएम नरेंद्र मोदी की वजह से भारत को प्रतिष्ठा प्राप्त हुई है। नोबेल भी उस अर्थशास्त्री को प्राप्त हुआ है, जिसने सबसे पहले पीएम मोदी की नोटबंदी योजना को समर्थन दिया था।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले किसान को उनकी फसल का सही दाम नहीं मिल पाता था, बीजेपी जब प्रदेश में सत्ता में आई तो 37 लाख मीट्रिक टन सीधे गेंहू किसानों से खरीदा गया, धान क्रय की व्यवस्था की गई है।
योगी ने कहा कि हमने बिचौलियों को हटाया। योगी ने कहा कि बिचौलिया प्रथा का हटना मतलब कांग्रेस का बेरोजगार हो जाना है। आजादी के बाद कांग्रेस ने इस प्रथा की शुरुआत की। योगी ने कहा कि अमेठी और रायबरेली को सबसे ज्यादा चोट पहुंची है।
इन लोगों ने कभी भी इस क्षेत्र के विकास में योगदान नहीं दिया। वहीं संवेदनशील बीजेपी सरकार ने अमेठी लोकसभा सीट पर हार के बावजूद इस क्षेत्र में काम किया है। सांसद स्मृति ईरानी इस क्षेत्र के विकास के लिए काम कर रही हैं।
वाड्रा और राहुल गांधी पर एक साथ निशाना साधते हुए योगी ने सम्राट साइकिल विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि कहीं दामाद जमीन हड़पे, कहीं पुत्र ही जमीन हड़पने का काम करे, लेकिन यह यूपी में नहीं चलने देंगे।
यूपी में किसी को फाउंडेशन के नाम पर किसानों की जमीन नहीं हड़पने देंगे। योगी ने कहा कि जब पीएम मोदी पैसा देती है तो इस क्षेत्र में विकास का काम होता है। योगी ने कहा कि बीजेपी की अमेठी की रैली के डर से राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले अपने क्षेत्र का दौरा किया।
रैली में बोलते हुए सांसद स्मृति ईरानी ने अपने भाषण में राहुल पर कई वार किए। उन्होंने कहा कि साढ़े तीन साल पहले मैं अमेठी आई तो यहां पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मन से स्वागत किया। मेरे जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य यह है कि मैं पार्टी में एक कार्यकर्ता बनकर आई और आज अमेठी की दीदी बन गई हूं।
ईरानी ने राहुल गांधी पर वार करते हुए पिपरी गांव का उदाहरण दिया और कहा कि इस संसदीय क्षेत्र के लोग उनसे मिल नहीं सकते हैं। ईरानी ने कहा कि अमेठी का नाम सुनकर उन लोगों को सांप सूंघ जाता है जो देशभर में घूमकर विकास नहीं होने की बात कहते हैं।
स्मृति ने कहा कि अमेठी में जो साठ साल में नहीं हो पाया वह योगी सरकार ने 7 महीने में कर दिखाया। स्मृति ने कहा कि कांग्रेस ने अमेठी को सिर्फ वोट की नजर से देखा है। स्मृति ने कहा कि नेहरू, इंदिरा और राजीव गांधी ने ऊंचाहार से रेल लाइन का वादा तो किया लेकिन उस योजना के लिए सर्वे और 190 करोड़ का आवंटन पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में पूरा हुआ है।
स्मृति ने आगे कहा कि अस्पताल में टीबी का यूनिट भी तब लग रहा है जब बीजेपी की सरकार है। सम्राट साइकिल योजना का उदाहरण देते हुए ईरानी ने कहा कि सम्राट साइकिल योजना की जमीन का कब्जा राहुल के राजीव गांधी फाउंडेशन ने कर रखा है। यूपी सरकार के आदेश के बावजूद राहुल गांधी ने जमीन नहीं लौटाई है।
अमेठी में इस दौरान कई योजनाओं की भी शुरुआत हुई। गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी अमेठी से चुनाव लड़ी थी लेकिन हार गई थी। इसके बावजूद भी वह लगातार अमेठी से जुड़ी रही हैं, ईरानी सोमवार से ही यहीं पर डेरा जमाए हुए हैं।
अमेठी पर bjp की नजर
अमेठी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां राहुल और स्मृति के बीच कड़ा चुनावी मुकाबला देखने को मिला था। चुनाव राहुल जीते थे। राहुल को चार लाख आठ हजार 651 मत मिले जबकि स्मृति ईरानी को तीन लाख 748 वोट हासिल हुए थे। चुनाव हारने के बावजूद स्मृति की सक्रियता अमेठी में बनी रही।
बात 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की करें तो बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली और राहुल के निर्वाचन क्षेत्र अमेठी के तहत आने वाली दस विधानसभा सीटों में से 6 पर जीत दर्ज की थी।