नई दिल्ली। फिल्मों में अपने दमदार अभिनय से जान डालने वाली अदाकारा अनुष्का शर्मा का कहना है कि इम्तियाज अली के साथ काम करना करने की उनकी इच्छा काफी समय से थी, जो ‘जब हैरी मेट सेजल’ के साथ पूरी हो गई।
अनुष्का का मानना है कि समय के साथ-साथ स्टारडम के भी मायने बदल गए हैं। अब पहले जैसा स्टारडम नहीं रहा, जो अमिताभ बच्चन जैसे कलाकारों के दौर में रहा है। जिस तरह की शोहरत अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान ने हासिल की है, वैसी शोहरत अब हासिल नहीं की जा सकती।
महज 25 साल की उम्र में फिल्म निर्माण क्षेत्र की कमान संभाल चुकीं अनुष्का चाहती हैं कि अधिक से अधिक महिलाओं को निर्देशन और फिल्म निर्माण क्षेत्र में आना चाहिए। वह कहती हैं कि निर्माण क्षेत्र में हाथ आजमाने की वजह से वह बेहतर अभिनय कर पाने में सक्षम हुई हैं, क्योंकि इससे निर्देशकों की मेहनत और उनके जज्बे को बेहतर तरीके से समझ पाई हैं।
इम्तियाज अली जैसे मंझे हुए निर्देशक के निर्देशन में काम करने के अनुभव के बारे में पूछने पर अनुष्का कहती हैं कि मैं लंबे समय से इम्तियाज के साथ काम करना चाहती थी। उनकी फिल्में हमेशा ही पसंद की जाती रही हैं और मेरी तमन्ना थी कि कभी उनकी किसी फिल्म का हिस्सा बनूं। उनकी फिल्मों में मुख्य महिला कलाकार का किरदार काफी सशक्त होता है।
अनुष्का ने फिल्में चुनने के बारे में अपनी राय साझा करते हुए कहा कि मैं फिल्म को कहानी को अधिक तवज्जो देती हूं, उसके बाद निर्देशक भी मेरे लिए उतना ही मायने रखता है। फिल्म की कहानी में क्या नया है और मेरे किरदार कैसा है, उससे संतुष्ट होने के बाद ही फिल्म साइन करती हूं। आप मेरे अब तक के करियर को देखकर इसका अनुमान लगा सकते हैं कि मैंने लगभग 10 वर्षो में सिर्फ 15 फिल्में ही की हैं।
‘जब हैरी मेट सेजल’ के प्रचार के लिए नई दिल्ली पहुंचीं अनुष्का कहती हैं कि वह अपने नाम के साथ किसी खास तरह का टैग नहीं चाहतीं। वह कहती हैं कि इस तरह के टैग मिलना अब आसान नहीं है, क्योंकि किसी कलाकार के नाम के साथ किसी खास तरह का टैग जुड़ना सामान्य बात नहीं है, यह बहुत खास है।
उन्होंने कहा कि अब स्टारडम का मतलब बदल गया है, जिस तरह से शाहरुख को किंग ऑफ रोमांस और अमिताभ बच्चन को एंग्री यंगमैन जैसे टैग मिले हैं, वैसा अब बहुत मुश्किल है। हालांकि, मुझे किसी खास तरह का कोई टैग नहीं चाहिए।
अनुष्का ने ‘रब ने बना दी जोड़ी’ और ‘जब तक है जान’ के बाद तीसरी बार शाहरुख के साथ काम किया है। शाहरुख के साथ अपनी जोड़ी के बारे में पूछने पर वह कहती हैं कि शाहरुख के साथ काम करना हमेशा ही खास रहा है। शाहरुख के साथ कंफर्ट का स्तर बहुत ज्यादा है। मैं उन्हें अपना एक सहकलाकार मानकर काम करती हं, ऐसा करने पर मैं उनके साथ बेहतर तरीके से काम कर पाती हूं और अपने किरदार के साथ भी न्याय कर पाने में सफल रहती हूं।
महज 25 की उम्र में ‘एनएच10’ से प्रॉडक्शन के क्षेत्र में हाथ आजमा चुकीं अनुष्का इतनी कम उम्र में इस क्षेत्र से जुड़ने के फैसले के बारे में पूछने पर कहती हैं कि मैंने काफी सोच-समझकर वह फैसला लिया था। तब मेरी उम्र सिर्फ 25 साल थी और हमने एनएच10 बनाई थी।
उस फैसले का मेरी जिंदगी पर खासा सकारात्मक असर पड़ा है। अब मैं फिल्म निर्माण से जुड़े लोगों की मेहनत और उनके जज्बे को बेहतर तरीके से समझ पाई हूं। मैं चाहती हूं कि अधिक से अधिक महिलाओं को फिल्म निर्देशन और निर्माण से जुड़ना चाहिए। फिलहाल, बहुत कम महिलाएं इससे जुड़ी हुई हैं।
अनुष्का उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में से एक हैं, जिन्होंने अपने करियर में अलग-अलग निर्देशकों के साथ काम किया है। मसलन, उनकी लगभग हर फिल्म के निर्देशक अलग रहे हैं। इस बारे में वह कहती हैं कि मेरा मानना है कि अगर आप हमेशा कुछ अलग करना चाहते हैं तो आपको हमेशा अलग-अलग निर्देशकों के साथ काम करना चाहिए, क्योंकि हर निर्देशक ने अपनी एक अलग दुनिया बनाई होती है। मुझे खुशी है कि मैं अब तक इसमें सफल रही हूं।
अनुष्का अपने भाई को प्रेरणास्रोत मानती हैं। उन्होंने बताया कि मुझे अपने जीवन में बहुत सारे लोगों से प्रेरणा एवं निर्देशन मिलता रहा है, लेकिन मेरा भाई मेरे लिए खास है। वह मेरे बहुत क्लोज हैं। मेरे करियर में उनकी राय बहुत मायने रखती है।