विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में रविवार को नौका डूबने की घटना के बाद सोमवार को कृष्णा नदी से तीन और शव बरामद होने पर मृतकों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। दो लापता लोगों की तलाश अभी जारी है।
नौका के निजी संचालक द्वारा सीमा से ज्यादा संख्या में 42 यात्रियों को ले जा रही नौका यहां रविवार शाम को इब्राहिमपत्तनम घाट के पास डूब गई।
अधिकांश पर्यटक ओंगोल शहर के रहने वाले थे। जो पिछले रविवार को पवित्र महीने कार्तिक में कृष्णा और गोदावरी नदियों के पवित्र संगम पर आयोजित ‘महाआरती’ देखने के लिए भवानी द्वीप से आ रहे थे। स्थानीय मछुआरों और बचावकर्मियों ने 21 लोगों को बचाया।
कृष्णा जिले के जिलाधिकारी बी. लक्ष्मीकांत ने कहा कि उनमें से चार लोगों का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ रविवार रात को घटनास्थल पर पहुंचे उपमुख्यमंत्री एन. चिन्नाराजप्पाने बचाव और राहत कार्यो का जायजा लिया।
चिन्नाराजप्पा ने कहा कि ओगोंल वॉकर्स क्लब के 32 सदस्य भी नौका पर सवार थे। उन्होंने हर मृतक के परिवार को आठ लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि दुर्घटना का कारण नौका में ज्यादा संख्या में लोगों का सवार होना माना जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि निजी कंपनी के पास नौका चलाने की अनुमति नहीं थी।
इस घटना में बचे लोगों का कहना है कि पर्यटन विभाग की नौका उपलब्ध नहीं होने के कारण उन्हें निजी नौका में सवार होना पड़ा। उन्होंने नौका में जीवनरक्षक जैकेट नहीं होने की शिकायत भी की।
कंपनी के क्रू सदस्यों में से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीन अन्य फरार हैं।मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू सोमवार को घटनास्थल का मुआयना करेंगे। वह घायलों से भी मुलाकात करेंगे।