हैदराबाद। कॉल मनी की आड में सेक्स रैकेट मामले में इांध्र प्रदेश विधानसभा में पक्ष और विपक्ष के बीच शुक्रवार को घमासान मच गया। स्पीकर ने सदन में हंगामा करने वाले वाले वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगनमोहन सहित विपक्ष के 58 विधायकों को शुक्रेवार को सदन से निलंबित कर दिया गया।
जगनमोहन ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू इस मामले से ध्यान भटकाना चाहते हैं। गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को ज्यादा दर पर ब्याज दिए गए और जब वे लोन चुका पाने में विफल रहीं तो उन्हें जबरन सेक्स रैकेट के जाल में फांसा गया। जगन का कहा था कि अगर सदन में इस मामले पर चर्चा नहीं हुई तो उनकी पार्टी संसद में इस मामले को उठाएगी।
इस रैकेट में सत्ताधारी पार्टी टीडीपी और विपक्ष वाईएसआर कांग्रेस दोनों के ही लोगों का नाम सामने आ रहा है। लेकिन दोनों ही दलों ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। शुक्रवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई वाईएसआर कांग्रेस के सदस्य हंगामा करने लगे। हंगामा नहीं थमता देख स्पीकर ने जगनमोहन समेत 58 विधाकों को सस्पेंड कर दिया।
सस्पेंड किए जाने के बाद जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री नायडू ने इस मुद्दे पर सदन में चर्चा नहीं होने दी तो हम यह मामला संसद में उठाएंगे।
मालूम हो कि प्रदेश में अब तक 80 कॉल मनी आॅरेटर्स को अलग अलग जगहों से दबोचा जा चुका है। इसमें 27 लोगों को संबंध वाईएसआर कांग्रेस, छह का संबंध सत्ताधारी टीडीपी और तीन का संबंध सीपीआई से बताया जा रहा है।
इस मामले में पुलिस ने दो निजी फायनेंस कंपनियों के प्रमोटरों को भी अरेस्ट किया है। सूचना मंत्री पी रघुनाथ रेड्डी के अनुसार राज्य में अब तक कॉल मनी के 80 ऑपरेटर गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिनमें से 27 का संबंध कथित तौर पर वाईएसआर कांग्रेस के साथ है. इसके अलावा छह का कथित संबंध तेदेपा और तीन का भाकपा के साथ है।