सूरत। सूरत में धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला वीडियो वायरल होने पर रविवार देर रात आक्रोशित लोगों ने लिंबायत थाने पर जमकर पथराव किया।
परिस्थिति को काबू में लेने के लिए पुलिस की ओर से लाठीवार किया गया और आंसू गैस के 22 गोले दागे। इसके बाद पुलिस ने वीडियो बनाने और वायरल करने के आरोप में अमितसिंह राठौड़ नाम के युवक समेत चार जनों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरतार कर लिया है।
लिंबायत पुलिस के मुताबिक धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला वीडियो वायरल होने के बाद एक समुदाय के लोगों में आक्रोश भड़क उठा। देर रात उन्हें पता चला कि वीडियो बनाने वालों को लिंबायत पुलिस थाने में लेकर आई है यह बात लोगों को पता चलने पर थाने के बाहर भीड़ इकठ्ठा होने लगी।
रात एक बजे तक बड़ी संया में लोग थाने के बाहर इकठ्ठे हो गए और अभियुक्तों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग के साथ हंगामा मचाना शुरू कर दिया। पुलिस ने भीड़ को समझाने की कोशिश की तो कुछ लोग भड़क उठे और पुलिस और थाने पर पथराव शुरू कर दिया। परिस्थिति बिगडऩे पर शहर पुलिस के आला अधिकारी समेत अन्य थानों की पुलिस को मौके पर बुला लिया गया।
पुलिस ने परिस्थिति पर काबू पाने के लए भीड़ पर लाठीवार करना शुरू कर दिया। इसके बाजवूद भीड़ हटने को तैयार नहीं हुई और पथराव जारी रखा। आखिरकार पुलिस की ओर से आंसू गैस के 22 गोले दागे गए। इसके बाद भीड़ तितर-बितर हो गई।
पुलिस ने समुदाय के अग्रणी और धर्मगुरूओं के जरिए लोगों के आक्रोश को शांत किया। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर वीडियो बनाने और वायरल करने के आरोप में सोमवार शाम अभियुक्त अमितसिंह राठौड, संजय रामचंद्र तिवारी, विनोद रामेश्वर तिवारी और आशुतोष संतोष दुबे को गिरतार कर लिया है।