अलवर। प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा है कि दिल्ली में रामलीला मैदान में जो जन शक्ति एकत्रित हुई थी उसे लेकर वह देश भर में एक व्यापक जन संगठन बनाना चाहते थे लेकिन उस वक्त ऐसा नहीं हो पाया।
हजारे ने अलवर जिले के भीकमपुरा में तरूण भारत संघ के चल रहे तीन दिवसीय सामाजिक एवं पर्यावरणीय नेतृत्व निर्माण शिविर के दूसरे दिन आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि लेकिन तरूण भारत संघ की पहल पर देश भर से एकत्रित प्रकृति प्रेमियों से मिलकर उन्हें काफी ऊर्जा दिख रही है।
उन्होंने कहा मैं सबसे कहता हूं कि आप अपने यहां जाकर पर्यावरण और समाज के न्याय के लिए जब मुझे जहां बुलाओ, मैं आऊंगा। उन्होंने कहा कि अच्छे सामाजिक कार्यकर्ता के क्या गुण होने चाहिए। अपने एवं तरूण भारत संघ के राजेन्द्र सिंह के जीवन का उदाहरण सामने रखते हुए उन्होंने कहा कि त्याग के बिना कुछ नहीं हो सकता।
इस मौके पर चिपको आन्दोलन के प्रणेता चंडीप्रसाद भट्ट ने कहा कि यदि समाज, नदी,पानी इन सबका अस्तित्व बचाना है तो सामाजिक कार्यकर्ताओं को अपने अस्तित्व की चिंता बंद कर समाज का अस्तित्व उभारने की जरुरत है।
शिविर में सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश, न्यायमूर्ति जगदंबिका पाल जोशी एवं किसान नेता रामपाल जाट आदि ने भाग लिया।