मुंबई। केंद्र सरकार की ओर से लोकपाल व लोकायुक्त नियुक्त न किए जाने पर वरिष्ठ समाजसेवक अन्ना हजारे ने फिर से दिल्ली में रामलीला मैदान पर आंदोलन किए जाने की चेतावनी प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर दी है।
अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि आज भी लोगों को अपना काम करवाने के लिए पैसे देने पड़ रहे हैं, जो दुखद ही है। चुनाव में मोदी ने भ्रष्ट्राचार समाप्त किए जाने का आश्वासन दिया था, जिस पर प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने अमल नहीं किया है।
अन्ना ने कहा कि वर्तमान सरकार ने देश की जनता और संसद का अपमान किया है, इसलिए प्रधानमंत्री को अगले पत्र में आंदोलन की तारीख तय कर उसका भी उल्लेख करने वाले हैं। अन्ना हजारे ने कहा कि लोकसभा में विपक्षी नेता न होने का कारण केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय को बताया है, लेकिन यह कारण सही नहीं है।
केंद्र सरकार को लोकपाल कानून में संशोधन कर इसे लागू करना चाहिए था। इसी तरह हर राज्यों में लोकायुक्त नियुक्त करने में सरकार को क्या अड़चन आ रही है, इसका भी खुलासा किया जाना चाहिए।
बतादें कि 2013 में तत्कालीन केंद्र सरकार ने अन्ना हजारे के आंदोलन के बाद लोकपाल, लोकायुक्त विधेयक पास करवाया था। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह विधेयक कानून बन चुका है और इसके तहत लोकपाल की नियुक्ति के लिए 5 सदस्यीय समिति स्थापित करना है।
इस समिति की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं और लोकसभा अध्यक्ष, विपक्षी नेता तथा मुख्य न्यायाधीश इस समिति के सदस्य रहने वाले हैं। अन्ना हजारे ने कहा कि लोकपाल की नियुक्ति के बारे में प्रधानमंत्री गंभीर नहीं है, इसीलिए भ्रष्ट्राचार पर नकेल नहीं लग पा रही है।