अजमेर। केन्द्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर ने हर वर्ग को शोषण एवं अन्याय से बचाने के लिए आवाज उठायी। वे अन्याय के विरूद्ध कभी थके नहीं, झूके नहीं।
केन्द्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास राज्य मंत्री रविवार को अजमेर के कायड़ में राजस्थान मेघवाल शिक्षा, शोध संस्थान एवं सेवा ट्रस्ट द्वारा आयोजित बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा अनावरण एवं सामाजिक जागरूकता समारोह में मुख्य अतिथ पद से संबोधित कर रहे थे।
समारोह की अध्यक्षता दानदाता नानूराम ने की। उन्होंने कहा कि नदियों को जोड़ने का काम पहली बार बाबा साहेब ने प्रस्तावित किया था उसे अब हम पूरा करने का प्रयास करेंगे। मेघवाल ने बाबा साहेब के कुछ अनछूए पहलुओं को बताते हुए बताया कि अंग्रेजों के विरूद्ध आवाज उठाने वाले बाबा साहेब ही थे जिन्होंने अंग्रेजों की वित्त व्यवस्था पर सवाल खड़े कर सिस्टम को ठीक करने पर मजबूर किया था, उस कारण उनकी पीएचडी भी रोकी गई, लेकिन अंत में देनी पड़ी।
उन्होंने समाज सेवा का प्रण लेकर हर वर्ग के लिए कार्य किया। जिसमें मजदूरों को कार्य घंटे निर्धारित करने, महिलाओं को प्रसूति अवकाश, न्यूनतम मजदूरी तय करने तथा महिलाओं को मताधिकार दिए जाने के कार्य प्रमुख हैं। उन्होंने धारा 370 का सदैव विरोध किया। इसे हमारी एकता और अखण्डता को खतरा बताते हुए इसके प्रस्तावक नहीं बनें। प्रारंभ में संस्थान के अध्यक्ष डी.आर. जोधावत ने सभी का स्वागत किया तथा संस्थान द्वारा समाज सेवा के लिए किए जा रहे कार्यो की जानकारी दी।
मूर्ति का अनावरण एवं निर्देशिका का विमोचन केन्द्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने समारोह से पूर्व संस्थान कार्यालय को देखा तत्पश्चात बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने इस मौके पर संस्थान की त्रिवार्षिक प्रतिवेदन एवं निर्देशिका तथा गोपाल राज द्वारा लिखित पुस्तिका दलितों के कानूनी अधिकार का विमोचन भी किया।
पांच लाख रूपए की घोषणा
केन्द्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस मौके पर संस्थान को सांसद मद से पांच लाख रूपए देने की घोषणा भी की।इस मौके पर संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत, कैलाश वर्मा, सीकर की जिला प्रमुख अपर्णा रोलण, बद्रीलाल रोलण, डाॅ. अशोक मेघवाल, के.पी. वर्मा, रूपाराम, पूनाराम जोधावत, मोहन लाल जोधावत, मंगलाराम जोधावत, बंशीलाल गहलोत सहित अनेक समाजसेवी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।