नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य इन्द्रेश कुमार ने गुरूवार को कहा कि जो लोग ‘भारत माता की जय’ नहीं बोल सकते और पाकिस्तानी झंडे लहराते हैं उन्हें उनके परिवार के साथ पाकिस्तान भेज देना चाहिए।
वाराणसी में उन्होंने कहा कि जो लोग भारत के पक्ष में नारे नहीं लगा सकते, जिन्हें देश से प्यार नहीं है, वह पाकिस्तानियों के साथ रहना चाहते हैं भारतीयों के साथ नहीं।
इन्द्रेश कुमार ने कहा कि कुछ लोगों के मन में देश के प्रति सम्मान नहीं है उन्हें पाकिस्तान के झंडे लहराना और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाना अच्छा लगता है। उन्हें पाकिस्तान भेज देना चाहिए ताकि वह भारत में उग्रवाद और हिंसा पैदा न कर सकें।
एआईएमआईएम नेता असद्दुदीन औवेसी और आकाली नेता सिमरनजीत सिंह मान पर तंज कसते हुये संघ नेता ने कहा कि वह उर्दु में ‘मादरे वतन हिन्दुस्थान’ कह सकते हैं पर हिन्दी में ‘भारत माता की जय’ नहीं कह सकते। इससे पता चलता है कि वह भाषाई भेदभाव पर विश्वास करते हैं और बाटंने और उग्रवाद फैलाने वाले विचारों का समर्थन करते हैं।
उल्लेखनीय है कि बाबा रामदेव ने मंगलवार को कहा था कि वह देश के कानून और संविधान का आदर करते हैं नहीं तो लाखों लोगों को ‘भारत माता की जय’ का विरोध करने पर अपनी गर्दनें गंवानी पड़ती।
‘भारत माता की जय’ को लेकर विवाद की शुरुआत एआईएमआईएम के नेता असद्दुदीन औवेसी के बयान से शुरु हुई थी। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक बयान में कहा था कि देश की आने वाली पीढ़ी को भारत माता की जय बोलना सिखाना चाहिए।
इसका विरोध करने के लिए औवेसी ने कहा था कि कोई उनकी गर्दन पर चाकू रखकर भी ऐसा कहने को कहेगा तो वह नहीं कहेंगे।
मामले में शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान ने कहा था कि सिखों में किसी भी रूप में महिलाओं की पूजा नहीं होती इसलिए सिख इस नारे का जाप नहीं कर सकते।