जगदलपुर। ओडि़शा-छत्तीसगढ़ सीमा पर सोमवार को सुबह हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों की संयुक्त कार्रवाई में 26 नक्सली मारे गए।
ओडिशा के मल्कानगिरी जिले के बेजांगी क्षेत्र में आंध्रा ग्रेहाउण्ड्स व विशाखापटनम आर्म्ड स्पेशल पार्टी के संयुक्त ऑपरेशन में इन माओवादियों को ढेर किया।
विशाखापटनम के पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने घटना की पुष्टि करते हुए जानकारी दी कि मुठभेड़ मे घायल हुए दो जवानों में से एक जवान ने बाद में दम तोड़ दिया।
इस मुठभेड़ में नक्सलियों के कुछ बड़े नेताओं के मारे जाने की भी सूचना है। इस ऑपरेशन में ग्रेहाउण्ड्स के दो जवान घायल हुए हैं।
सुरक्षाबलों को सीमावर्ती इस इलाके में बड़े नक्सली नेता गजराला रवि, गणेश, आनंद, उदय पिता मल्लाह, चिट्याल, सुधीर बंगाली, अनिल समेत अन्य नेताओं की मौजूद होने की पुख्ता सूचना थी।
इस पर रविवार की शाम को ही पार्टी को ऑपरेशन पर भेजा गया था। सोमवार की सुबह जिस समय फोर्स वहां पहुंची नक्सली बैठक के बाद आराम कर रहे थे।
फोर्स को देखते ही नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी पर पहले से तैयार जवानों ने मुठभेड़ में नक्सलियों को ढेर कर दिया।
मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख अन्य नक्सली वहां से भाग खड़े हुए। आमतौर पर नक्सली अपने साथियों के शव को भी उठा ले जाते हैं पर ग्रेहाण्ड्स के अचानक हमले से भौचक्के नक्सलियों को यह मौका नहीं मिला।
मुठभेड़ के बाद घटनास्थल स्थल से 24 नक्सलियों के शव व हथियार बरामद हुए हैं। सुरक्षाबलों ने मौके से तीन एके 47 राइफल, 3 एसएलआर व 303 राइफल बरामद किया गया है।
मारे गए नक्सलियों में नक्सली नेता उदय व मुन्ना पिता रामकृष्ण की शिनाख्त कर ली गई है। अन्य शवों की शिनाख्त की जा रही है। नक्सल मामलों के जानकार इसे राज्यों की समन्वय बैठक का परिणाम बता रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी की पहल पर ओडिशा के कोरापुट में ओडिशा, सीमांध्र, तेलांगाना व छत्तीसगढ़़ राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई थी।
इस बैठक में नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त ऑपरेशन की रणनीति बनाई गई थी। इस ऑपरेशन को उसी बैठक से जोडक़र देखा जा रहा है।