मुंबई। फिल्म ‘हैदर‘ को पांच राष्ट्रीय पुरस्कार पुरस्कार मिलने के बाद निर्देशक विशाल भारद्वाज और अनुपम खेर के बीच सोशल मीडिया पर जंग छिड़ गई है।
विशाल भारद्वाज की कश्मीर में शूट की गई ‘हैदर‘ को लेकर कश्मीरी पंडित अभिनेता अनुपम खेर से उनका मतभेद जारी है। वर्ष 2014 में भी अनुपम खेर ने ‘हैदर‘ और विशाल भारद्वाज पर कश्मीरी पंडितों की मुश्किलों को नज़रअंदाज़ करने का आरोप लगाया था, और अब भी उन्होंने विशाल द्वारा ‘हैदर‘ को मिले राष्ट्रीय पुरस्कारों को कश्मीरी पंडितों को समर्पित करने को ‘ढकोसला-सा‘ बताया है।
62वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के तहत ‘हैदर‘ को मिली सफलता का जश्न मनाते हुए विशाल ने इसे कश्मीरी पंडितों को समर्पित किया, और कहा, “मैं इन पुरस्कारों को कश्मीरी पंडितों को समर्पित करता हूं। मुझे दुख है कि वे मेरी मंशा नहीं समझे कश्मीरी पंडितों पर जो गुज़रा है, वह यकीनन बहुत दुखदायी है।”
इसके बाद दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर नाराज़गी जताते हुए लिखा, “मैं विशाल भारद्वाज को नेशनल अवार्ड के लिए मुबारकबाद देता हूं, लेकिन कश्मीरी पंडितों को अवार्ड समर्पित करना एक ढकोसला-सा लगता है।” इसके साथ ही एक अन्य ट्वीट में लिखा, “विशाल भारद्वाज ने कभी कश्मीरी पंडितों के हक में नहीं बोला और ‘हैदर‘ में मंदिर में राक्षस का नाच दिखाकर कश्मीरी पंडितों की भावनाओं से खिलवाड़ किया।”
अनुपम खेर के ट्वीट का जवाब देते हुए विशाल भारद्वाज ने लिखा, “300,000 लोगों को घरों से निकाल दिया गया और कश्मीरी पंडित अपने ही देश में शरणार्थी बन गए ।इस पर फिल्म ज़रूर बननी चाहिए थी, लेकिन खुद अनुपम खेर और विधू विनोद चोपड़ा जैसे कश्मीरी पंडितों ने भी कभी कश्मीरी पंडितों के मुद्दे पर फिल्म नहीं बनाई है”
इसके साथ ही विशाल ने ट्वीट कर कहा, “अनुपम खेर को जब मौका मिला, उन्होंने ‘ओम जय जगदीश‘ और विधू विनोद चोपड़ा ने ‘मिशन कश्मीर‘ बनाई, लेकिन उनमें किसी कश्मीरी पंडित का ज़िक्र तक नहीं था।”