शिमला। बॉलीवुड के अनुभवी अभिनेता अनुपम खेर का कहना है कि वह चाहते हैं कि शिमला में उनका अपना घर हो और इस शहर के प्रति उनके प्यार के प्रतीक के रूप में वह यहां एक फिल्म सिटी बनाने के ख्वाहिशमंद हैं।
दरअसल खेर बॉलीवुड की मायानगरी में जाने से पहले शिमला में ही रहते थे। 61 वर्षीय अभिनेता नीना गुप्ता और राकेश बेदी के साथ अपने नाटक ‘मेरा वो मतलब नहीं था’ के मंचन के सिलसिले में यहां आए थे।
ऐतिहासिक गाइटी थिएटर, जहां से खेर ने अपने अभिनय सफर की शुरूआत की थी, में तीसरे मनोहर सिंह स्मारक नाटक उत्सव के मौके पर खेर ने प्रस्तुति दी।
उन्होंने कहा कि हम एक किराए के मकान में सभी के साथ रह रहे हैं और मैं शिमला में अपना घर चाहता हूं, जो मेरी मां का भी ख्वाब है।
खेर ने कहा कि फिल्म सिटी की स्थापना या एक फिल्म संस्थान खोलना भी मेरा सपना है और मैंने एक के बाद एक सरकारों को तीन बार इस बारे में लिखा क्योंकि यह काम सरकार के समर्थन और प्रोत्साहन के बिना नहीं किया जा सकता।
विस्थापित कश्मीरी पंडितों की समस्याओं को सुलझाने की दिशा में काम कर रहे अभिनेता निर्माता ने कहा, हमारे प्रयासों के कुछ सकारात्मक नतीजे आए हैं और मैं इस मामले को गंभीरता से आगे बढ़ा रहा हूं। उम्मीद है कि अच्छे परिणाम आएंगे।
मॉल रोड पर टहलते हुए खेर इस क्षेत्र से जुड़ी अपनी यादों में खो गए और चलते चलते स्कैंडल प्वाइंट पर अल्फा रेस्तरां के सामने रुक गए और कहा कि यही वह जगह हैं जहां मेरे पिता ने मेरे बोर्ड की परीक्षा में फेल होने के बाद मुझे ट्रीट दी थी और कहा था कि असफलताओं से हारो मत बल्कि अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करो।