अनूपपुर। संविदा स्वास्थ्य अधिकारी/कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की हडताल निरंतर सात दिन से जारी होने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित है। संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने राज्य सरकार द्वारा हडताल की अनदेखी किए जाने पर भैंस के आगे बीन बजाकर समाज का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया।
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हडताल 9 सूत्रीय मॉंगों को लेकर सातवें दिन भी जारी रही। हडताल के दौरान पूरे जिले के संविदा डॉक्टर, स्टॉफनर्स, एएनएम, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, एनआरसी स्टॉफ, एसएनसीयू स्टॉफ, डीपीएम यूनिट, बीपीएम यूनिट, टीबी यूनिट एवं अन्य विभागीय कर्मचारी पूरी तरह से हडताल में रहे।
संविदा स्वास्थ्य अधिकारी/कर्मचारी संघ अनूपपुर द्वारा हडताल की ओर सरकार का ध्यान खींचने के लिए निरंतर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस अवसर पर सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से इन्द्रिरा तिराहा अनूपपुर में रैली के रूप में आकर शासन की असंवेदनशील नीति के विरोध में शासन रूपी भैस के आगे कर्मचारी रूपी बीन के माध्यम से बीन बजाकर शासन से अपने 9 सूत्रीय मांगों को पूरा करने हेतु ध्यान आकर्षण किया।
सायंकालीन सभी हडतालीय कर्मचारियों ने नारों के साथ नगर भ्रमण करते हुये नियमितीकरण की मॉंंग की एवं शीघ्र ही 9 सूत्रीय मांगों पर शासन द्वारा निर्णय लेने की बात कही।
अनूपपुर जिले में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के हडताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाओं पर व्यापक असर प$डा है। जिला चिकित्सालय अनूपपुर में बाहर से आये मरीजों का उचित ईलाज न हो पाने के कारण बाध्य होकर बाहर जाने को विवश है।
विगत् दिवस 2 मार्च को प्रसव के बाद रामवती राठौर पति संतोष राठौर, बर्री निवासी सेन्दुरी उप स्वा. केन्द्र से जिला चिकित्सालय अनूपपुर आई जहां पर उसकी मृत्यु हो गई। स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव से आम जन को मृत्यु के कगार में जाने से न रोक पाने हेतु शासन की वर्तमान नीति ही जिम्मेदार है।