सबगुरु न्यूज-सिरोही। जिला क्रिकेट संघ सिरोही के मोदी गुट की ओर से प्रस्तावित चुनावों को आरसीए की ओर से नियुक्त आर्बीट्रेटर की ओर से स्टे कर दिया गया था। यह जानकारी डीसीए सचिव संयम लोढ़ा ने दी। लोढ़ा ने सबगुरु न्यूज को आर्बीट्रेटर के ऑर्डर की प्रतिलिपि उपलब्ध करवाई।
जानकारी के अनुसार इस तरह के विवाद के लिए आरसीए के नियमों में आर्बीट्रेटर की नियुक्ति का प्रावधान है। जो कि रिटायर्ड डिस्ट्रिक्ट जज होता है। राजेश माथुर की ओर से डीसीए के चुनाव करवाने के लिए नोटिस जारी किए जाने की सूचना जब मई, 2016 को सचिव नियुक्त संयम लोढ़ा को मिली तो उन्होंने इसे लेकर आरसीए के रूल के अनुसार आर्बीट्रेटर नियुक्ति की मांग की।
आरसीए ने रिटायर्ड आरजेएसएच जीएल शर्मा को सोल आर्बीट्रेटर नियुक्त किया। आर्बीट्रेशन संख्या 17/295 के तहत 2 जून को इस चुनाव को लेकर सुनवाई हुई। इसमें संयम लोढ़ा ने बताया कि 1 मई, 2016 को आरसीए के ऑब्जर्वर व सिरोही जिला खेल परिषद के अधिकारी की मौजूदगी में चुनाव करवाया गया था, जिसका इलेक्शन सर्टिफिकेट भी जारी किया गया था।
लोढ़ा के प्रतिनिधि अक्षत त्यागी ने आर्बिट्रेटर के समक्ष बताया कि संयम लोढ़ा के सचिव के रूप में प्रतिनिधि वाली कार्यकारिणी को आरसीए ने संबद्ध भी किया है। आर्बीट्रेटर के समक्ष लोढ़ा वाली कार्यकारिणी को राजस्थान स्पोर्ट एक्ट 2005 के तहत वैध बताया। राजेश माथुर की ओर से आयोजित किए जा रहे चुनावों अवैध बताते हुए राजस्थान स्पोर्ट एक्ट 2005 का उल्लंघन बताते हुए इस चुनाव को रोकने की प्रार्थना की। इस पर आर्बीट्रेटर जीएल शर्मा ने प्रथम दृष्टया त्यागी की दलील से सहमत होते हुए सिरोही जिला क्रिकेट एसोसिएशन के समानांतर चुनावों को करवाने पर अगले आदेश तक रोक लगा दी।
इतना ही नहीं राजेश माथुर तथा एन के सोनी को जिला क्रिकेट एसोसिएशन सिरोही के चुनाव के प्रक्रिया को रोकने के निर्देश जारी किए है। उन्होंने यह कारण भी जानना चाहा है जिसके कारण इन समानांतर चुनावों की आवश्यकता पड़ी। आर्बीट्रेटर ने आरसीए और सिरोही जिला खेल अधिकारी को भी माथुर की ओर से आयोज्य चुनाव के लिए अपने पर्यवेक्षक भेजने पर रोक लगा दी थी।
-इनका कहना है…
आर्बीट्रेटर ने 5 जून को आयोजित किए जाने वाले चुनावों पर रोक लगा दी थी।
संयम लोढ़ा
सचिव, डीसीए, सिरोही।
आर्बीट्रेटर का कोई आदेश हमें नहीं मिला है। आर्बीट्रेटर हाईकोर्ट से ऊपर नहीं है।
राजेश माथुर।