नई दिल्ली। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अर्चना रामासुंदरम ने बुधवार को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक पद का कार्यभार संभाल लिया है। इसके साथ ही किसी अर्द्धसैनिक बल का नेतृत्व करने वाली वह पहली महिला प्रमुख बन गई हैं।
58 वर्षीय अर्चना रामासुंदरम ने अपने काम को एक चुनौती भरा काम बताते हुए उनमें विश्वास जताने के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया। महानिदेशक पद का कार्यभार संभालने के बाद अर्चना रामासुंदरम ने महिलाओं से कभी सपने देखना बंद न करने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि वह एक मध्यम वर्ग परिवार की हैं। इस कारण उनकी पढ़ाई-लिखाई भी सामान्य स्कूलों में हुई हैं लेकिन उनके माता-पिता और पति ने उन्हें पुलिस में भर्ती होने के लिए सदैव प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा कि अगर एक साधारण परिवार की होकर वह यहां तक पहुंच सकती हैं तो यह किसी और के लिए भी मुश्किल नहीं होगा। हर किसी के सपने होते है, बस जरूरत है तो एक मौके की।
जानकारी हो कि एसएसबी पर नेपाल और भूटान से लगे देश के सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। देश में पांच अर्द्धसैनिक बल- एसएसबी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) हैं। इनमें कभी कोई महिला प्रमुख नहीं रहीं।