रांची। झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी द्वारा घोषित प्रदेश भाजपा की नई टीम में अधिकांश नए चेहरों को जगह दी गई है। सालों से पार्टी के महत्वपूर्ण पदों पर जमे कई पुराने नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा और पूर्व आईपीएस अधिकारी लक्ष्मण प्रसाद सिंह को उपाध्यक्ष बनाया गया है। हालांकि अप्रत्याशित रूप से मीरा ने पद स्वीकारने से मना कर दिया है। इसके अतिरिक्त कुछ अन्य नामों को लेकर भी पार्टी में विरोध के स्वर उठने लगे हैं।
पुरानी टीम के उपाध्यक्ष दीपक प्रकाश, राकेश प्रसाद और महामंत्री बालमुकुंद सहाय का इस बार पत्ता साफ हो गया है। कार्यकारिणी में 41 कार्यसमिति सदस्य और 9 को स्थायी आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। सूची रविवार की देर रात जारी की गई।
नई टीम इस प्रकार है
उपाध्यक्ष- मीरा मुंडा, शिवधारी राम, राजेंद्र महतो, लक्ष्मण प्रसाद सिंह और आदित्य साहू।
महामंत्री- रणधीर सिंह, अजयनाथ शाहदेव और समीर उरांव।
मंत्री- विनय कुमार शर्मा, अमिता भाटिया, पूनम प्रकाश, पुनिता राय।
कार्यालय मंत्री- मधुसूदन जारूहार
मीडिया प्रभारी – शिवपूजन पाठक
प्रदेश प्रवक्ता- उमाशंकर केडिया, मो. कमाल खान
प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख- गणेश मिश्र
मोर्चा के अध्यक्ष- वीर विजय प्रधान (युवा मोर्चा), प्रो. उषा पांडेय (महिला मोर्चा), शिवशंकर उरांव (अनुसूचित जनजाति मोर्चा), जवाहर पासवान (अनुसूचित जाति मोर्चा), इकबाल इमाम (अल्पसंख्यक मोर्चा)।
मीरा मुंडा ने ठुकराया पद
मीरा मुंडा ने भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष का पद ठुकराते हुए कहा है कि मुझे समाचार पत्रों के माध्यम से पता चला कि पार्टी ने मुझे उपाध्यक्ष पद पर मनोनीत किया है। उन्होंने यह कहकर पद ठुकरा दिया कि इसके लिए उनके पास समय नहीं है।
बताया जा रहा है कि प्रदेशाध्यक्ष ताला मरांडी ने जैसे ही प्रदेश पदाधिकारियों के नामों की सूची जारी कि तो कुछ पार्टी नेताओं ने पार्टी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया। वे युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए वीर विजय प्रधान की नियुक्ति का विरोध कर रहे थे।
मालूम हो कि मरांडी के बेटे की शादी में देरी हो रही थी। इसी बीच उनके बेटे ने कथित रूप से एक नाबालिग लडकी से शादी कर ली। अब वे इस मामले में आदिवासी महिला के शोषण के आरोपों का सामना कर रहे हैं।