अजमेर। अजमेर मंडल पर दिनांक 20 सितंबर से 26 सितंबर 2017 तक रेल सुरक्षा बल का स्थापना दिवस सप्ताह समारोह आयोजित किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत अजमेर स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर एक रेलवे रेल सुरक्षा बल की सशस्त्र प्रदर्शनी लगाई गई।
प्रदर्शनी में रेल सुरक्षा बल के आधुनिकतम हथियार तथा रेल सुरक्षा बल के जवानों द्वारा विभिन्न अवसरों व आपातकाल में पहने जाने वाली पोशाक व संसाधनों का प्रदर्शन किया गया। मंडल रेल प्रबंधक पुनीत चावला ने इस प्रदर्शनी का निरिक्षण किया और सराहा।
इस अवसर पर मंडल सुरक्षा आयुक्त भवप्रीता सोनी व सहायक सुरक्षा आयुक्त एमएस शेखावत सहित आरपीएफ के जवान व रेल कर्मचारी उपस्थित थे।
मंडल रेल प्रबंधक पुनीत चावला के अनुसार रेल सुरक्षा बल का स्थापना दिवस सप्ताह मनाया जा रहा है जिसमे परेड, रक्तदान शिविर पेम्पलेट वितरण, प्रतियोगिताएं व सुरक्षा जागरूकता सबंधित कई कार्यक्रमों का आयोजन जा रहा है।
इसी कड़ी में प्रदर्शनी में पिस्टल, रिवाल्वर, कार्बाइन, एंड एचएससी, बॉडी प्रोटेक्टर मेगा फोन, एसएलआर, एके-47 सहित आधुनिकतम हथियार, बुलेट प्रूफ जैकेट, बम निरोधक दस्ते के अंतर्गत पहने जाने वाली पोशाक आदि का भी प्रदर्शन किया गया है जिन्हें देख कर इस बात की पुष्टि होती है की अजमेर मंडल का रेल सुरक्षा बल आधुनिक हथियारों से लेस है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने में सक्षम है।
मंडल रेल प्रबंधक ने आरपीएफ को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा की अपने स्थापना काल से ही आरपीएफ ने रेल यात्री एवं रेल संपत्ति की सुरक्षा को लेकर कई सराहनीय कार्य किया है। अपने दायित्व का निर्वाह बखूबी कर रहा है।
स्थापना दिवस सप्ताह समारोह के अन्तर्गत विभिन्न आयोजनों का मुख्य उद्देश्य रोजाना सफर करने वाले रेल यात्रियों का इमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा के साथ दायित्व का निर्वहण करने इस बल के प्रति विश्वास को और सुदृढ़ करना है अर्थात यात्री रेल परिसर व ट्रेनों में स्वयं को पूर्ण रूप से सुरक्षित महसूस कर सकें।
इससे पूर्व रामगंज स्थित आरपीएफ लाइन पर परेड व रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया। स्थापना दिवस सप्ताह समारोह के अंतर्गत 182 सुरक्षा हेल्पलाइन के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई साथ ही 182 सुरक्षा हेल्पलाइन पर आधारित एक क्विज का भी आयोजन अजमेर रेलवे स्टेशन पर किया गया जिसमे रेल यात्रियों ने बढचढ़ का भाग लिया।
उल्लेखनीय है कि रेलवे सुरक्षा बल को 29 सितम्बर 1957 को संसद में संघ के सशस्त्र बल का दर्जा मिलने के साथ-साथ रेलवे सुरक्षा बल अधिनियम पारित किया गया जिसे केन्द्रीय सरकार शासकीय राजपत्र में अधिसूचना द्वारा नियत कर 20 सितम्बर 1985 को संसोधित रूप से प्रभावी हुआ। इस दिन रेलवे सुरक्षा बल स्थापना दिवस के रूप में प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है।
भारतीय रेलवे सुरक्षा बल की जिम्मेदारी
अवांछित तत्वों से रेल यात्रियों की सुरक्षा, यात्री क्षेत्र की सुरक्षा तथा रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा इनकी मुख्य जिम्मेदारी है।
रेल से असामाजिक तत्वों को निकालना तथा रेल क्षेत्र को यात्रियों के लिए सुरक्षित बनाना इनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है।
रेल क्षेत्र में बच्चों एवं महिलाओं की तस्करी रोकने के लिए उचित कार्रवाई करना तथा उनके पुनर्वास की व्यवस्था करना भी इनकी जिम्मेदारी है।
रेलवे की छवि को जनप्रिय बनाए रखने के लिए अन्य विभागों के साथ उचित समन्वय बनाना।
रेलवे पुलिस, स्थानीय पुलिस तथा रेल प्रशासन के लिए सेतु का कार्य करना।