सबगुरु न्यूज उदयपुर। राजसमंद जिले के चारभुजा थाना क्षेत्र अंतर्गत देसुरी की नाल में मंगलवार सुबह सेना का एक ट्रक ब्रेक फेल होने से पलट गया। सेना की रसद सामग्री से लदे ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त होने से रसद का सामान सड़क पर बिखर गया। ट्रक में सवार चार जवानों को चोटें आई हैं। उन्हें पाली के अस्पताल में उपचार के लिये पहुंचाया गया है।
इधर सुबह-सुबह हुई इस घटना से मार्ग जाम हो गया। ट्रक को क्रेन आदि मंगवा कर करीब दो से तीन घंटे बाद हटाया जा सका तब जाकर यातायात बहाल हुआ।
जानकारी के अनुसार उक्त घटना सुबह करीब 8.30 बजे देसुरी की नाल में हुई जिसमें दो-तीन जवानों को मामूली चोटें आई हैं। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। घटना से अवरुद्ध मार्ग को पुलिस व स्थानीय लोगों की मदद से खुलवा दिया गया है।
उदयपुर से जोधपुर जा रहे सेना के ट्रक का ब्रेक अचानक फेल हो गया। इससे ट्रक अनियंत्रित होकर चढ़ाव व घुमाव पर पलट गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उक्त ट्रक में रसद का सामान भरा था। जवान ज्यादा नहीं थे। घटना में दो जवानों के शरीर पर चोटें आई हैं जिनका प्राथमिक उपचार किया गया है।
ट्रक पलटने से उक्त मार्ग काफी देर जाम रहा। वाहनों की कतारें लग गईं, लेकिन क्रेन आदि मशीनें मंगवाकर जाम को करीब दो घंटे बाद खुलवा लिया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टेड़े-मेढ़े और घुमावदार इस रास्ते पर वर्षों से इस तरह के हादसे होते आए हैं। मंगलवार को जब ट्रक तेज गति से जा रहा था कि अचानक उसका ब्रेक फेल हो गया और वाहन पलट गया। दो जवानों में एक के कान और एक अन्य के होंठ पर गंभीर चोट आई है।
बताया गया है कि जाम हो चुके मार्ग के खुलने से पूर्व घायलों को वहीं पर प्राथमिक उपचार दिया गया और फिर उन्हें पाली चिकित्सालय के लिये रवाना किया।
प्रशिक्षित सैन्य ड्राइवर भी देसुरी में खा गया गच्चा
सेना के ट्रक के देसुरी के नाल में पलटने की घटना से कई तरह के प्रश्न भी खड़े होते हैं। जानकारों की मानें तो सेना के हर जवान को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके बावजूद आज सेना के ट्रक का चालक इस नाल की चढ़ाव और घुमाव पर वाहन को सावधानी से पार करने में गच्चा खा गया। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि इस दुर्गम मार्ग पर वर्षों से होते आ रहे हादसे इस बात को इंगित करते हैं कि यहां अब भी सरकार की ओर से कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई है।
यदि सेना का एक्सपर्ट ट्रक चालक भी इस घाटे और नाले में वाहन को सही तरीके से चलाने में नाकाम रहा तो आम वाहन चालक को यहां हो रहे हादसे के लिये जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। जानकार बताते हंै कि वाकई में देखा जाए तो इस मार्ग पर होने वाली घटनाओं से सरकार और संबंधित विभाग गंभीर नहीं है।