कोलकाता। अदालत के निर्देश की अवमानना के मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानती वारंट जारी किए जाने के बाद अपनी प्रतिक्रिया में कलकत्ता हाईकोर्ट के जज जस्टिस सीएस कर्णन ने कहा कि जिंदगी व करियर तबाह करने के मकसद से उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा वारंट जारी किए जाने के फैसले के बाद शुक्रवार को कोलकाता में संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर उन्होेंने कहा कि उन्होेंने देश के कई न्यायधीशों के अनैतिक कार्यो में लिप्त रहने का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ प्रधानमंत्री से कार्रवाई की मांग की थी।
उन्होंने कहा कि यह जातिगत मुद्दा है। इस पर विचार होना चाहिए। जस्टिस कर्णन ने सुप्रीम कोर्ट पर स्वतः संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई शुरु करने का आरोप लगाते हुए इस बारे में किसी तरह का विचार विमर्श नहीं किया गया और न हीं किसी तरह की जांच हुई।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जमानती वारंट जारी कर उनके करियर को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। कर्णन ने दृढतापूर्वक इसे जातिगत मुद्दा करार देते हुए कहा कि दलित होने के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। यह उनके खिलाफ किया गया निर्ममता पूर्ण कृत्य है।
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