रोहतक/नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से हरियाणा में आरक्षण को लेकर चल रहे जाटों के आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया है। आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु के घर पर भी तोड़फोड़ की और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
भड़के आंदोलन को दबाने के लिए पुलिस को शुक्रवार को फायरिंग करनी पड़ी जिसमे एक प्रदर्शनकारी के मारे जाने एवं नौ के घायल होने की सूचना है। इससे पहले राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मामले को सुलझाने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमे राज्य सरकार ने तमाम लोगों से राय मांगी।
हरियाणा राज्य में जाट समुदाय स्वयं को अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहा है। इस कारण राज्य के कई हिस्सों में रेल एवं सड़क यातायात प्रभावित हुआ है।
शुक्रवार को स्थिति तब और बिगड़ गई, जब प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए दिल्ली-रोहतक बाईपास के पास पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। इसमें एक प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई और नौ लोगों के घायल होने की सूचना है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ करने के साथ ही राज्य के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु सिंह के घर का घेराव करके तोड़-फोड़ की है।
इससे पहले राज्य सरकार के निर्देश पर रोहतक में मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। जानकारी हो कि यूपीए सरकार द्वारा जाटों को मिले आरक्षण को गत वर्ष सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था। बाद में खट्टर सरकार ने राज्य के आर्थिक रुप से कमजोर वर्गो को लिए आरक्षण कोटा दस प्रतिशत से बढ़ाकर बीस प्रतिशत करने का घोषणा की थी।
उन्होंने साथ ही सालाना आय की सीमा 2.5 लाख रुपएसे बढ़ाकर छह लाख रुपए करने की भी घोषणा की, ताकि इस श्रेणी के तहत अधिकतम लोगों को लाभ मिल सके। सरकार की इस घोषणा के बाद जाटों समुदाय आंदोलित है।
जाटों का आरक्षण आंदोलन शुक्रवार को रोहतक-झज्जर से सोनीपत, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद और जींद तक फैला गया है जिसमें बड़ी संख्या में छात्र भी शामिल हो गए हैं। ये छात्र सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण की मांग कर रहे हैं।
जाट आंदोलन के कारण 550 ट्रेनों पर असर
हरियाणा में जाट आंदोलन के कारण लगभग 550 ट्रेनों पर असर पड़ चुका है। यह ट्रेनें दिल्ली से हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और जम्मू जाने वाली थींI रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा कि इसके अतिरिक्त सामान ले जाने वाली 80 से ज़्यादा ट्रेनों पर भी असर देखने को मिला है। इससे पंजाब को जाने वाली कोयले की सप्लाई पर भी बुरा असर पड़ा है।