नई दिल्ली। नई दिल्ली में यमुना किनारे आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के तीन-दिवसीय विश्व सांस्कृतिक कार्यक्रम को मंजूरी देने के साथ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा लगाए गए जुर्माने के खिलाफ श्रीश्री रविशंकर अपील करेंगे।
मालूम हो कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने संस्था को सशर्त मंजूरी दी है साथ ही कहा है कि कार्यक्रम शुरू होने से पहले आर्ट ऑफ लिविंग संस्था को अग्निशमन विभाग से मंजूरी लेनी होगी और कार्यक्रम स्थल के ढांचे की स्थिरता सुनिश्चित करनी होगी।
एनजीटी का कहना था कि कार्यक्रम जारी रह सकता है, लेकिन कार्यक्रम शुरू करने से पहले फाउंडेशन को जुर्माने की राशि जमा करानी होगी। फ़ाउंडेशन को इस इलाके को बायोडाइवर्सिटी पार्क के रूप में विकसित करने के लिए भी कहा गया है।
एनजीटी ने पर्यावरण की क्षतिपूर्ति के तौर पर आर्ट ऑफ लिविंग पर 5 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया है। हालांकि श्री श्री रविशंकर ने एनजीटी के इस आदेश पर असंतोष जाहिर हुए कहा कि वह इसके खिलाफ अपील करेंगे। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘हम इस निर्णय से संतुष्ट नहीं हैं। हम अपील करेंगे।’
दिल्ली में यमुना नदी के तट पर 11 से 13 मार्च तक ‘वर्ल्ड कल्चर फ़ेस्टिवल’ आयोजित किया जा रहा है जिसमें कई देशों से हज़ारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।