नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के साथ किसी भी प्रकार के मतभेद से इंकार किया है।
अरूण जेटली ने सोमवार को कहा कि मीडिया में आ रही खबरो में कोई सच्चाई नहीं है। वित्त मंत्रालय और आरबीआई के बीच बड़े ही परिवक्व संबंध हैं। आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन के साथ मतभेद की खबरें बेबुनियाद हैं।
वित्त मंत्रालय और आरबीआई दो संस्थाएं हैं और उनके बीच आपसी तालमेल है। दोनों संस्थाएं एक-दूसरे का सम्मान करती हैं। वित्त मंत्री जेटली का बयान उस समय आया जब भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने रघुराम राजन की नीतियों को देश के लिए नुकसानदेह बताकर शिकागो भेजने की बात कही।
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर बोलते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दल जीएसटी विधेयक के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस शासित राज्यों सहित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर ली है, सभी जीएसटी के पक्ष में है।
कांग्रेस को तो इस विधेयक को पारित कराने के लिए अधिक उत्सुकता दिखानी चाहिए क्योंकि यह उन्ही का विचार था। जेटली ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्हे विश्वास है कि भाजपा जीएसटी को पास कराने में सफल रहेगी।
अन्नाद्रमुक को छोड़कर सभी क्षेत्रीय पार्टियां भी जीएसटी का समर्थन कर रही है क्योंकि वह जानती हैं कि इस बिल के पास होने से राज्यों को बहुत फायदा मिलेगा। लेकिन अन्नाद्रमुक की तरफ से पूर्ण समर्थन नहीं मिला है।