नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ 10 करोड़ रुपए का मानहानि का दूसरा मुकदमा दायर किया। जेटली ने यह मुकदमा केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी द्वारा उनके लिए ‘धूर्त’ शब्द के इस्तेमाल को लेकर किया है।
केंद्रीय मंत्री ने खुली अदालत में राम जेठमलानी द्वारा उनके खिलाफ आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल किए जाने को लेकर 10 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की है।
जेटली द्वारा 2015 में दायर मुख्यमंत्री केजरीवाल व आम आदमी पार्टी के पांच अन्य नेताओं के खिलाफ चल रहे डीडीसीए मानहानि मामले से यह अलग है।
जेटली और वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी के बीच 17 मई को अदालत में ‘धूर्त’ शब्द को लेकर तीखी नोकझोक हो गई थी, जो पहले के मानहानि मामले में बहस के दौरान इस्तेमाल किया गया।
जेठमलानी ने कहा कि मैं दिखाने की मंशा रखता हूं कि यह आदमी (जेटली) एक धूर्त है। इस पर मंत्री ने कड़ा एतराज जताया था।
जेटली से जिरह के दौरान जेठमलानी ने इस शब्द का इस्तेमाल किया। जेटली ने जेठमलानी से पूछा था कि ‘धूर्त’ शब्द उनके द्वारा व्यक्तिगत तौर पर इस्तेमाल किया गया या केजरीवाल के निर्देश पर।
इस पर जेठमलानी ने कहा कि यह उनके मुवक्किल (केजरीवाल) के निर्देश पर इस्तेमाल किया गया। जेटली ने तब भारी हर्जाना मांगने की धमकी दी थी।
जेठमलानी द्वारा यह कहने के बाद कि वह अपनी बात साबित करना चाहते है कि केंद्रीय मंत्री धूर्त हैं, जेटली ने कहा कि मैं प्रतिवादी (केजरीवाल) के खिलाफ आरोपों को और गंभीर करूंगा.. व्यक्तिगत द्वेष की भी कोई सीमा होती है।
जेटली के वकील ने जेठमलानी द्वारा मंत्री को ‘अपराध का दोषी व धूर्त’ कहने पर आपत्ति जताई थी। मंत्री द्वारा दायर दिल्ली एवं जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) मानहानि मामले में जेठमलानी, जेटली से जिरह कर रहे थे।
जेटली ने दिसंबर 2015 में केजरीवाल और आप के नेताओं कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह, राघव चड्ढा व दीपक बाजपेयी पर डीडीसीए से जुड़े मामले में उन पर ‘झूठा व मानहानिकारक’ बयान देने का दावा करते हुए एक मानहानि का मामला दायर किया। जेटली ने कहा कि इनके बयान से उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।
जेटली ने केजरीवाल और आप के अन्य नेताओं से डीडीसीएम मामले में भी दस करोड़ रुपए के हर्जाने की मांग की है।
जेटली ने दावा किया कि आप नेताओं ने उन पर दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन में अनियमितताओं व वित्तीय घोटाले करने का आरोप लगाया जिसके वह करीब 13 साल अध्यक्ष रहे हैं।