जयपुर। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली का कहना है कि यह अच्छी बात है कि राज्यों मे निवेश के लिए प्रतिस्पर्धा हो रही है और ऐसे में जो अपनी प्रक्रियाओं को नियमों को सरल बनाएगा वही अधिक निवेश पाएगा।
जेटली गुरूवार को जयपुर में राजस्थान सरकार के निवेश सम्मेलन रिसर्जेंट राजस्थान के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। जेटली ने कहा कि श् इज ऑफ डूइंग बिजनिस सिर्फ स्लोगन नहीं है बल्कि आज के समय की जरूरत है।
यदि कोई राज्य इसे अपनाता है और यहां आने वाले निवेशक को एमओयू करने के बाद अपना प्रोजेक्ट लगाने में सबसे कम समय लगता है तो मान कर चलिए कि आगे और निवेश मिलेगा।
उन्होंने कहा कि आज निवेशक को सिर्फ आसान प्रक्रियाएं, भ्रष्टाचारमुक्त गवर्नेंस और सरल कर प्रणाली चाहिए। यह सभी सुविधाएं सही ढंग से उपलब्ध करा दी जाएं तो निवेश आने में कोई समस्या नहीं होगी।
सातवें वेतन आयोग के बाद बढेगा राज्यों का खर्च . जेटली ने कहा कि राज्य अपना खर्च कम नहीं कर सकते। अब सातवें वेतन आयेाग की रिपोर्ट आ गई है और इसके बाद राज्यो का खर्च और बढेगा। ऐसे में संतुलन बनाए रखने का उपाय यही है कि आमदनी बढाई जाए। इसके लिए निवेष लाकर आर्थिक गतिविधियों को बढाना जरूरी है, तभी आय बढ सकती है।
बिजली कम्पनियों के घाटे के बारे में उन्होंने कहा कि यह केन्द्र सरकार की भी बडी चिंता है और राजस्थान में तो घाटा 72 हजार करोड तक पहुंच गया। सरकारें इस पूरे खर्च को उठाएं तो पूरा सिस्टम प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि अब राजस्थान में स्थितियां सुधर रही हैं और निवेशक यहां सौर उर्जा और पर्यअन में निवेश करने आ रहे है।
उन्होंने राजस्थान को केन्द्र के पूरे सहयोग का भरोसा दिलाया। इस सत्र को केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकेया नायडू, रेल मंत्री सुरेश प्रभु और रसायन मंत्री अनंत कुमार ने भी सम्बोधित किया और राजस्थान को केन्द्र सरकार के पूरे सहयोग का भरोसा दिलाया।
सौर उर्जा और श्रम कानूनों में सुधार सबकी पसंद- सम्मेलन में आए उद्योगपतियों का भी जोर इसी बात पर रहा कि प्रक्रियाओं को सरल बनाया जाए। उद्घाटन सत्र को साइरस मिस्त्री, आदि गोदरेज, गौतम अडानी, अनिल अम्बानी, आनंद महिन्द्रा, कुमार मंगलम बिडला, पवन कुमार मुंजाल, सिंगापुर के गृह मंत्री के.षणमुगम ने भी सम्बोधित किया और सभी ने राजस्थान में श्रम कानूनों में किए गए सुधारों की तारीफ करते हुए प्रक्रियाओं को और सरल बनाए जाने की बात कही।
अनिल अम्बानी ने कहा कि राजस्थान ने जो किया है उसे दूसरे राज्यों को भी अपनाना चाहिए। पवन कुमार मुंजाल ने कहा कि सुधार किया जाना अच्छा है लेकिन इसकी गति और बढाने की जरूरत है। इन उद्योगपतियों ने राजस्थान में निवेष के लिए सौर उर्जा और पर्यअन को अपनी पहली पसंद बताया और लगभग सभी ने इन्हीं क्षेत्रों में निवेश की घोषणाएं भी की।
भारत जितना सहिष्णु कोई नहीं-इस मौके पर केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेंकेया नायडू ने कहा कि इन दिनों सहिष्णुता और असहिष्णुता को ले कर बेकार की बहस चलाई जा रही है, लेकिन दुनिया में भारत जितना सहिष्णु देश कोई नहीं है। कुछ लोग है जो देश को दुनिया में बदनाम कर रहे हैए जबकि दुनिया जानती है कि भारत क्या है। समस्या सिर्फ इतनी है कि कुछ लोगों को देश की जनता का जनादेश सहन नहीं हो रहा है और वे ही दुनिया में भारत की नकारात्मक छवि बना रहे हैं।
राजस्थान को यह मिली सौगातें .
निवेश के अलावा इस सम्मेलन से राजस्थान को कुछ नइ्र्र सौगातें भी मिली.
– केन्द्रीय रसायन मंत्रालय राजस्थान के झालावाड में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मा एजुकेशन एंड रिसर्चए सेंटर ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग में एमटेक व बीटेक पाठ्यक्रम तथा भिवाडी में प्लास्टिक व मेडिकल उपकरणों का पार्क स्थापित करेगा। इसके साथ ही चित्तौड में सुपर फास्फेट का प्लांट भी लगाया जाएगा
– अनिल अम्बानी-जयपुर में वृद्धजनों के लिए हार्मनी होम खोलेंगे और 6000 मेगावाट का सोलर पार्क बनाएंगे।
. अडानी समूह-बारां जिले के कवाई में लगे थर्मल पावर प्लांट की क्षमता बढाएगा और इसके लिए दस हजार करोड निवेष करेगा।
. सिंगापुर एयरलाइंस-सिंगापुर से जयपुर के लिए सीधी हवाई सेवा आरम्भ करेगी और सिंगापुर राजस्थान मेंषहरी विकास में सहयेाग करेगा।
. आदित्य बिडला-कम्पनी राजस्थान में 7 हजार करोड के दो नए सीमेंट प्लांट लगाएगी।
. हीरो मोटरकॉर्प-राजस्थान अंतरराष्ट्रीय स्तर काषोध व अनुसंधान केन्द्र स्थापित करेगा।
. भारतीय रेल राजस्थान के साथ पर्यटन क्षेत्र में सहयोग बढाएगी और आधारभूत सुविधाओ के विकास में राजस्थान को भागीदार बनाएगी।